मुख्यपृष्ठनए समाचारएक ग्रह : १४५ चांद! शनि ने तोड़ा बृहस्पति का रिकॉर्ड

एक ग्रह : १४५ चांद! शनि ने तोड़ा बृहस्पति का रिकॉर्ड

  • हाल ही में मिले ६२ नए उपग्रह

पिछले कई सालों से शनि ग्रह को सबसे ज्यादा चांद वाला ग्रह कहा जाता था। यानी इसके सबसे ज्यादा उपग्रह थे। उपग्रह वे खगोलीय पिंड हैं, जो ग्रहों की परिक्रमा करते हैं और इन्हें सामान्य बोलचाल की भाषा में चांद कहा जाता है। जैसे ग्रह सूर्य की परिक्रमा करते हैं, वैसे ही उपग्रह अपने ग्रहों की परिक्रमा करते हैं।
अलग-अलग ग्रहों के अलग-अलग उपग्रह या चंद्रमा होते हैं। जैसे पृथ्वी का अपना चंद्रमा है। इसी तरह मंगल, यूरेनस, नेपच्यून के भी अपने चंद्रमा हैं। हाल ही में बृहस्पति के १२ नए चंद्रमा खोजे गए, जिसके बाद यह सौरमंडल में सबसे अधिक चंद्रमा वाला ग्रह बन गया। लेकिन अब यह ताज फिर से शनि के सिर पर आ गया है। सौरमंडल में शनि के ६५ नए चंद्रमा खोजे जा चुके हैं, जिसके बाद यह सबसे अधिक चंद्रमाओं वाला ग्रह बन गया है। बृहस्पति ९५ चंद्रमाओं वाला अब तक का सबसे बड़ा ग्रह थ्
‘शिफ्ट एंड स्टैक’ तकनीक का इस्तेमाल
शनि के पहले ८३ चंद्रमा थे, जिनकी पहचान अंतर्राष्ट्रीय खगोलीय संघ द्वारा की गई थी। इसके नए चंद्रमाओं को खोजने के लिए टीम ने ‘शिफ्ट एंड स्टैक’ नामक तकनीक का इस्तेमाल किया। इस तकनीक में कुछ छवियों का उपयोग किया जाता है, जिन्हें उसी गति से स्थानांतरित किया जाता है जिस गति से चंद्रमा चलता है। इससे अंतरिक्ष में मौजूद कम चमकीली वस्तुएं भी दिखाई देती हैं।

ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय की खोज
ब्रिटिश कोलंबिया विश्वविद्यालय के अंतरिक्ष वैज्ञानिकों की एक टीम ने शनि के ६२ नए चंद्रमाओं की खोज की है। शोध में शामिल विश्वविद्यालय के एक खगोलशास्त्री प्रोफेसर ब्रेट ग्लैडमैन ने कहा कि शनि ने न केवल अपने चंद्रमाओं की संख्या लगभग दोगुनी कर ली है, बल्कि सौरमंडल के अन्य सभी ग्रहों की तुलना में अब इसके पास सबसे अधिक चंद्रमा हैं। अर्थात यदि अन्य सभी ग्रहों के सभी चंद्रमाओं को एक साथ दिया जाए तो भी शनि के चंद्रमाओं की संख्या उससे कहीं अधिक है। अब रिसर्च के आधार पर इनकी पहचान नंबरों से की गई है। लेकिन जल्द ही उनका नाम गैलिक, नॉर्स और कैनेडियन इनुइट देवताओं के नाम पर रखा जाएगा।

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