-` ७ करोड़ उड़ाए, वक्त पर साइबर पुलिस ने लिया एक्शन, ` ३३ करोड़ बचाए
सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के एक निजी बैंक में ऑनलाइन डकैती हो गई। लुटेरों ने ४० करोड़ रुपए उड़ाने की योजना बनाई थी। गनीमत यह हुई कि वक्त रहते इस डकैती का पता चल गया जिससे साइबर पुलिस अलर्ट हो गई और बीच में ही डकैती पर विराम लग गया। मगर तबतक डकैत ७ करोड़ रुपए उड़ा चुके थे।
बैंक कर्मचारी की मिलीभगत से ऑनलाइन ठगी
बैंक से ठगी की बात कोई नई नहीं है लेकिन इतनी बड़ी राशि एक साथ साइबर डवैâत बैंक की तिजोरी से रातों रात उड़ा लें, ऐसा शायद ही आपने सुना होगा। साइबर सेल ने एक निजी बैंक से ठगी और लूट का एक ऐसा मामला दर्ज किया है, जो इससे पहले देश के इतिहास में शायद ही कहीं दर्ज हुआ हो। पुलिस सूत्रों का मानना है कि इस मामले में बैंक के अंदर का कोई कर्मचारी शामिल है।
दरअसल, साइबर ठगों ने निजी क्षेत्र के इंडसइंड बैंक को निशाना बनाया और करीब ४० करोड़ रुपए लूटने की कोशिश की। इतना ही नहीं, बैंक से ऑनलाइन एक झटके में पैसे ट्रांसफर भी होने लगे। ७ करोड़ रुपए ट्रांसफर भी हो गए। उसी समय बैंक के एक बड़े अधिकारी की नजर पड़ी कि इतना बड़ा एमाउंट कैसे ट्रांसफर हो रहा है? उन्होंने तत्काल महाराष्ट्र साइबर सेल को इसकी सूचना दी। साइबर सेल ने शुरुआती तौर पर ही बता दिया कि ऑनलाइन साइबर ठग इस ठगी को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने बैंक को अलर्ट किया और लगभग ३३ करोड़ रुपए की ठगी रोक ली गई। अब साइबर सेल को शक है कि इस ठगी के कारनामे में निश्चित ही कोई बैंक के अंदर का ही कर्मचारी या अधिकारी भी शामिल हो सकता है। ऐसे में हर कोई शक के घेरे में है। पुलिस ने अभी तक कोई गिरफ्तारी तो नहीं की है लेकिन हर एक पहलू से जांच की जा रही है।