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निर्बल परिवार के ४१२ बच्चों के ऑनलाइन स्कूल एडमिशन फॉर्म निरस्त !..बौखलाए कांग्रेसी उतरे सड़क पर

विक्रम सिंह / सुलतानपुर

शिक्षा का अधिकार अधिनियम आरटीई के तहत वंचित व निर्बल वर्ग के बच्चों के निजी स्कूलों में प्रवेश के लिए भरे गए ४१२ ऑनलाइन आवेदन प्रथम चरण में ही सुलतानपुर के बीएसए ने रिजेक्ट कर दिए। इसे लेकर गुरुवार को कांग्रेस सड़क पर उतर आई और धरना दिया। प्रदर्शन किया और आरोप मढ़ा कि बेसिक शिक्षा अधिकारी शासनादेश की गलत व्याख्या कर स्कूल-प्रबंधन को बेजा लाभ प्रदान कर रहे हैं, जो जनहित व सरकारी नीतियों का खुला उल्लंघन है।
आक्रोशित कांग्रेसियों ने पार्टी अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के पूर्व प्रदेश सचिव रणजीत सिंह सलूजा के नेतृत्व में शहर के तिकोनिया पार्क में दिन भर धरना दिया। सलूजा का कहना है कि जनपद में आरटीई के तहत ७३० बच्चों ने ऑनलाइन आवेदन किया था। जांच के नाम पर शासनादेश की गलत व्याख्या करके सत्यापन के नाम पर ४१२ बच्चों का बीएसए दफ्तर से फॉर्म निरस्त कर दिया गया। बेसिक शिक्षा महकमा शासन की मंशा के विपरीत कार्य कर रहा है। शासनादेश के तहत कमजोर एवं दुर्बल वर्ग के बच्चों के आवेदन करने की पात्रता ‘आसपास’ के विद्यालय की होती है, लेकिन जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी सुलतानपुर ‘आस-पास’ की व्याख्या बच्चों के वॉर्ड एवं ग्राम सभा तक ही मानते हैं, जबकि कई वॉर्ड एवं ग्राम सभाएं ऐसी हैं, जहां पर एक भी विद्यालय नहीं है। ऐसे में जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी द्वारा शासनादेश की गलत व्याख्या की वजह से सैकड़ों दुर्बल आय वर्ग के छात्र योजना का लाभ लेने से वंचित हो गए। सलूजा का यह भी कहना है कि सरकार ने जिस मकसद से गरीबों को लाभ देने के लिए यह योजना लाई थी, वहीं गरीब बच्चे ही इस योजना से के लाभ से वंचित किया जा रहे हैं। इस संबंध में रणजीत सिंह सलूजा ने बताया कि ९ जनवरी २०२५ को मुख्य विकास अधिकारी को जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी के द्वारा शासनादेश की गलत तरीके से व्याख्या करने की वजह से सैकड़ों छात्रों का सत्यापन के नाम पर फॉर्म निरस्त किए जाने के बारे में अवगत कराया जा चुका है। यदि जिला प्रशासन द्वारा गरीब एवं दुर्बल आय के बच्चों के हित में तत्काल प्रभावी कार्रवाई न की गई तो कांग्रेसी इस मुद्दे को लेकर सड़क पर उतरने को मजबूर होंगे, जिनका संपूर्ण उत्तरदायित्व जिला प्रशासन पर होगा।
धरने में मौजूद कांग्रेस जिलाध्यक्ष अभिषेक सिंह राणा, शहर अध्यक्ष शकील अंसारी,
वरिष्ठ नेता हरीश त्रिपाठी, पूर्व प्रदेश सचिव राहुल त्रिपाठी, पीसीसी सदस्य हौसला प्रसाद भीम, पालिका चेयरमैन पद के प्रत्याशी रह चुके वरुण मिश्र, राजेश त्रिपाठी, पवन मिश्रा नन्हे, मानस त्रिपाठी, रणवीर सिंह राणा, मीनू यादव, पिछड़ा वर्ग प्रदेश महासचिव मोहसिन सलीम, आरटीआई सेल के प्रदेश महासचिव मनोज कुमार शुक्ला, राम कुमार यादव, तेज बहादुर पाठक, शरद श्रीवास्तव, सेवा दल के एकराम खान, हामिद रायनी, सलाहुद्दीन हाशमी, इम्तियाज हाशमी, राजेश तिवारी, एडवोकेट, बलराम तिवारी, मानिक चन्द श्रीवास्तव, संजू कैप्टन, पवन कटावा, मोहमद ऐस, रब्बन हाशमी, पवन कुमार, हाजी फिरोज खान, सुनील चौहान, ईशान खान, जाकिर हसन, प्रेम प्रकाश अग्रहरी आदि मौजूद रहे।

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