– स्वास्थ्य व्यवस्था को और अधिक सुसज्जित रखने का निर्देश
सामना संवाददाता / मुंबई
मानसून को चंद रोज बचे हुए हैं। इसके बावजूद मुंबई को मौमसी रोग टेंशन दे रहे हैं। हालांकि, इसे लेकर अब तक की गई मनपा की कोशिशें कहीं न कहीं नाकाम साबित हुई हैं। ऐसे में सुस्त पड़ी मनपा एक बार फिर से सक्रिय हो गई है। मनपा के अतिरिक्त आयुक्त अभिजीत बांगर ने साफ तौर पर निर्देश दिया है कि मौसमी रोगों को कंट्रोल में करने के लिए स्वास्थ्य व्यवस्था को सुसज्जित और सतर्क रखने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही अस्पतालों में साफ-सफाई, मरीजों की देखभाल, दवा आपूर्ति, शौचालय आदि सुविधाएं योजनाबद्ध और सख्ती से उपलब्ध कराने का भी निर्देश दिया।
मनपा मुख्यालय में कल स्वास्थ्य विभाग की समीक्षा बैठक आयोजित की गई थी। इस बैठक में उपायुक्त संजय कुल्हाडे, मनपा अस्पतालों की निदेशक डॉ. नीलम अंद्राडे, सायन अस्पताल के डीन डॉ. मोहन जोशी, केईएम की डीन डॉ. संगीता रावत, नायर अस्पताल के डीन डॉ. सुधीर मेढेकर, उपनगरीय अस्पतालों के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. चंद्रकांत पवार आदि उपस्थित थे। अतिरिक्त आयुक्त अभिजीत बांगर ने बैठक में मनपा के प्रमुख और उपनगरीय अस्पतालों को आदेश दिया कि वे वरिष्ठ नागरिक, गर्भवती महिलाओं और बच्चों को अस्पतालों में लगनेवाले समय को कम करने की दृष्टि से क्रियान्वयन करने का निर्देश दिया है। इसके साथ ही अन्य मरीजों को केस पेपर, ओपीडी, एक्स-रे, सोनोग्राफी और दवा लेने में लगनेवाले औसत समय को कम करने के लिए विभिन्न स्तरों पर उपाय करें। उन्होंने यह भी कहा कि इन सुविधाओं को मुहैया कराते समय कतारों को कम करने के लिए टोकन प्रणाली जैसे उपायों पर भी विचार किया जाना चाहिए। साथ ही इलाज के लिए आने वाले मरीजों के लिए बैठने की पर्याप्त व्यवस्था करने का भी निर्देश दिया।
… तो सफाई ठेकेदारों पर होगी कार्रवाई
बांगर ने कहा कि मनपा अस्पतालों में आनेवाले मरीजों में आर्थिक रूप से जरूरतमंद मरीजों की संख्या अपेक्षाकृत अधिक है। ऐसे में इन्हें बेहतरीन सुविधाएं देने पर जोर होना चाहिए। खासकर साफसफाई पर अधिक जोर होना चाहिए। इसमें जो भी ठेकदार लापरवाही बरतते हुए पाया गया, उसके खिलाफ तत्काल कार्रवाई करने का निर्देश भी उन्होंने दिया।