सामना संवाददाता / मुंबई
राकांपा प्रमुख शरद पवार ने राष्ट्रीय अध्यक्ष पद से सेवानिवृत्त होने की घोषणा की है। लेकिन राकांपा नेताओं, पदाधिकारियों और कार्यकर्ताओं द्वारा इस निर्णय को वापस लेने का दबाव बढ़ रहा है। राकांपा कार्यकर्ताओं ने कड़ा रुख अख्तियार कर लिया है। वे शरद पवार को राकांपा अध्यक्ष पद पर हमेशा देखना चाहते हैं। इस बीच शरद पवार ने सुझाव दिया है कि राकांपा के अध्यक्ष पद के चयन के लिए बनाई गई समिति की बैठक ५ मई को होनी है। शुक्रवार को होने वाली बैठक में राकांपा अध्यक्ष पद पर अंतिम पैâसला होने की संभावना है।
उधर एनसीपी के राष्ट्रीय महासचिव जितेंद्र आव्हाड ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया है। विधानसभा के मुख्य प्रतोद अनिल पाटील ने अपने विधायक पद से अपना इस्तीफा पार्टी को भेज दिया है। पुणे, बुलढाणा, धाराशिव, चंद्रपुर आदि में पदाधिकारियों ने इस्तीफा देना शुरू कर दिया है।
अब मुझे लगता है कि इस बारे में वरिष्ठों और कार्यकर्ताओं को भरोसे में लेना चाहिए था। लेकिन यदि मैंने सबसे इस पैâसले के बारे में पूछा होता तो स्वाभाविक रूप से सभी मेरा विरोध करते। इसलिए मैंने यह पैâसला अपने मन से लिया है, मैं चाहता हूं कि ५ मई को बैठक हो, मैं समिति द्वारा होने वाले निर्णय से सहमत रहूंगा।
– शरद पवार