– पीड़ित परिवारों से मिले अंबादास दानवे
– पुलिस आयुक्त से की चर्चा
सामना संवाददाता / मुंबई
मुख्यमंत्री लाडली बहन योजना का शोर मचाने वाली सरकार महिलाओं की सुरक्षा करने में विफल है। राज्य में सरकार मजबूत नहीं है इसलिए कानून मजबूत नहीं है परिणामस्वरूप महिलाओं के प्रति हिंसा दिन-ब-दिन बढ़ती जा रही है। विधान परिषद में विपक्ष के नेता अंबादास दानवे ने कल सरकार की आलोचना करते हुए कहा कि इस पोस्टर सरकार के कार्यकाल में राज्य में लाडली बहन सुरक्षित नहीं रह गई है, जिसने लाडली बहन को केवल पोस्टर तक ही सीमित कर दिया है। इस बीच शील डायघर मामले की पीड़ित के परिवार और उरण की घटना के परिवारों को सांत्वना देने के लिए दानवे सोमवार को नई मुंबई पहुंचे और पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे से मुलाकात कर जांच पर चर्चा की।
बेलापुर की एक शादीशुदा महिला को तीन लोगों ने शील डायघर में अपनी हवस का शिकार बनाया। इसके बाद उसकी पत्थर से कुचलकर हत्या कर दी गई। यह घटना अभी ताजा ही है कि उरण की एक युवती की उसके प्रेमी ने बेरहमी से हत्या कर दी और शव को टुकड़ों में काट दिया। इन दोनों हत्याओं के बाद नई मुंबई के लोगों में आक्रोश है। नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे ने सोमवार को उरण और कोपरखैराने जाकर उनके परिवार को सांत्वना दी। बाद में उन्होंने नई मुंबई पुलिस आयुक्त मिलिंद भारंबे से मुलाकात की और उरण में युवती के हत्यारे की जल्द गिरफ्तारी की मांग की। इस दौरान उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि अपराधियों में कानून का डर पैदा करने के लिए कार्रवाई की जानी चाहिए।
इस अवसर पर शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) उपनेता किशोरी पेडणेकर, ज्योति ठाकरे, संजना घाड़ी, भावना घानेकर, शीतल देवरुखकर, राकांपा महासचिव रेखा ठाकरे, शिवसेना नई मुंबई जिलाप्रमुख विट्ठल मोरे, द्वारकानाथ भोईर, रायगढ़ जिलाप्रमुख मनोहर भोईर और अन्य उपस्थित थे।
यह सरकार सिर्फ पोस्टरबाजी में माहिर है इसलिए महिलाओं की सुरक्षा हवा हवाई है। अब सरकार से पूछने का समय आ गया है कि क्या राज्य में महिलाएं सुरक्षित हैं? मुंबई, ठाणे, नई मुंबई में महिलाओं पर बड़ी संख्या में हमले हुए हैं। महिलाओं में असुरक्षा की भावना पैदा हुई है।
-अंबादास दानवे, विधान परिषद में विपक्ष के नेता