सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य विधानमंडल के मानसून सत्र के छठे दिन महाविकास आघाड़ी के सदस्यों ने राज्य में बढ़े भ्रष्टाचार के मुद्दे पर आक्रामक होते हुए महायुति सरकार के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया। भ्रष्टाचार के मुद्दे पर विपक्षी दल के विधायकों ने प्रदर्शन करते हुए सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और पोस्टर-बैनर लहराए। इस दौरान विपक्ष के नेताओं ने कहा कि यह सरकार भ्रष्टाचार के मामले में नंबर वन है। भ्रष्टाचारी सरकार के चलते राज्य का नाम बदनाम हो रहा है। विधानसभा में विपक्ष के नेता विजय वडेट्टीवार के नेतृत्व में महाविकास आघाड़ी के विधायकों ने विधानभवन की सीढ़ियों पर महायुति सरकार के खिलाफ जोरदार नारेबाजी की। भ्रष्टाचार तो महायुति का धंधा है, भ्रष्टाचार में नंबर वन महायुति सरकार, गरीबों की जमीन, अडानी की जेब में, प्रीपेड स्मार्ट मीटर से अडानी की जेब भरो, घाती सरकार धिक्कार हो…४० प्रतिशत कमीशन खाने वाली सरकार का धिक्कार हो, खोके सरकार हाय-हाय जैसे नारे लगाते हुए जोरदार प्रदर्शन किया।
इस दौरान मीडिया से बात करते हुए विपक्ष नेता वडेट्टीवार ने कहा कि यह सरकार ४० प्रतिशत कमीशन सहित तमाम बड़े भ्रष्टाचार की जड़ है। इस सरकार के सत्ता में आने के बाद तमाम भ्रष्टाचारियों को सफेद चोला पहना दिया है कुछ को क्लीन चिट दी जा रही है तो कुछ को बहुत जल्द क्लीन चिट दे दी जाएगी। भ्रष्टाचारियों के दाग मिटाने के लिए यह सरकार वॉशिंग मशीन के तौर पर सरकारी एजेंसी का उपयोग कर रही है। राज्य हो या केंद्र हो, भाजपा नेतृत्व वाली सरकार दागदार सरकार है। सरकार ने महंगाई बेरोजगारी और शिक्षा को अपनी नीति में कोई स्थान नहीं दिया है।