मोदी सरकार देश के विकास का ढोल पीट रही है, परंतु धरातल पर हालत कुछ और ही है। यूएन की सहायक महासचिव और निदेशक कन्नी विग्नराजा ने इसकी पोल खोलते हुए कहा है कि ‘हिंदुस्थान में पोषण, मातृ और शिशु मृत्यु दर की हालत ठीक नहीं है। इसे तेज गति से सुधारने की जरूरत है।
ध्यान देना जरूरी
यूएन के पदाधिकारी क्या कहते हैं, इस पर ध्यान देना जरूरी है क्योंकि इनके आंकड़े हकीकत से दूर नहीं होते। केंद्र सरकार को देश के ग्रामीण और आदिवासी क्षेत्रों पर विशेष ध्यान देना चाहिए, जिससे कुपोषण से होनेवाली मृत्यु दर कम हो सके।
-जितेंद्र मिश्रा, कल्याण
आज का ज्वलंत सवाल
यह आज का ज्वलंत सवाल है। देश में कुपोषण से मरनेवालों की संख्या में इजाफा होता जा रहा है, केंद्र के साथ-साथ राज्यों को भी इसका हल निकालना चाहिए। हर जगह जच्चा और बच्चा दोनों को उचित आहार मिल सके, ऐसी व्यवस्था करनी होगी।
-लक्ष्मी चौधरी, डोंबिवली
खतरे की घंटी
मोदी सरकार देश में किसी भी मुद्दे को लेकर न तो गंभीर है, न ही उसके पास देश के विकास की कोई योजना है। देश में मातृ और शिशु मृत्युदर में बढ़ोत्तरी इनकी असफलता को बयां कर रही है। यदि अब भी सरकार की नींद नहीं खुली तो यह देश और आनेवाली पीढ़ी के लिए खतरे की घंटी होगी।
-सुधाकर तिवारी, भिवंडी
एक बड़ी लापरवाही
केंद्र में बैठी मोदी सरकार खुद को गरीबों की सरकार बताती है। लेकिन जबसे केंद्र में मोदी सरकार बैठी है, तबसे गरीबों को सबसे अधिक तकलीफ उठानी पड़ी है। एक के बाद एक अपने वादों को पूरा करने में वह फेल हो रही है। ऐसे में यूएन की सहायक महासचिव द्वारा यह खुलासा एक बड़ी लापरवाही की ओर इशारा करता है।
-रवि झा, विरार
महंगाई मुख्य कारण
जबसे केंद्र में भाजपा सरकार विराजमान हुई है, तबसे महंगाई अपने चरम पर रहकर आम जनता को रुला रही है। इसी वजह से माताएं और नवजात शिशु प्रभावित हो रहे हैं। कन्नी विघ्नराजा ने भाजपा की पोल खोलकर उन्हें उनके द्वारा किए गए कार्यों से अवगत कराया है।
-अमित कांबले, भायंदर
केंद्र की हार
केंद्र सरकार का मुख्य कार्य होता है कि वह पूरे हिंदुस्थान के बच्चों, माताओं को पोषण और सुरक्षा उपलब्ध कराए। लेकिन केंद्र सरकार में आते ही इन सभी बातों को नजरअंदाज किया जा रहा है। यही कारण है कि हिंदुस्थान में माताओं, बच्चों को प्रभावित होना पड़ रहा है। हिंदुस्थान की स्थिति सुधारने के लिए केंद्र में बैठी मोदी सरकार को हटाना बेहद जरूरी है।
-घनश्याम दराने, मुंब्रा
आज का सवाल?
मुंबई में इस बार बारिश की सटीक भविष्यवाणी करने में केंद्र सरकार के अधीन आनेवाला क्षेत्रीय मौसम विभाग असफल साबित हो रहा है। पता चला कि उसका डॉप्लर रडार पिछले कई दिनों से काम ही नहीं कर रहा है। मानसून के मौसम में केंद्र सरकार की ये लापरवाही बड़ी परेशानी का कारण बन सकती है।
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