अमिताभ श्रीवास्तव
फिट होकर ट्रेक पर लौटे भाला फेंक के शंहशाह का आधिपत्य दुनिया में अभी भी कायम है। एक बार फिर उनका भाला सोने पर लगा है। जी हां, लुसाने डायमंड लीग में हिंदुस्थान के स्टार जैवलिन थ्रोअर नीरज चोपड़ा ने ८७.६६ मीटर की दूरी का लक्ष्य हासिल करके गोल्ड मेडल अपने नाम किया। नीरज ने यह गोल्ड मेडल अपने पांचवें प्रयास में जीता। इस प्रतियोगिता में नीरज की शुरुआत कुछ खास नहीं रही थी। उनका पहला थ्रो फाउल हो गया था लेकिन इसके बाद नीरज ने दमदार वापसी कर जर्मनी के जूलियन वीबर और चेक गणराज्य के याकूब वादलेज्चे को पीछे छोड़ते हुए पहला स्थान हासिल किया। नीरज चोपड़ा का यह ८वां इंटरनेशनल गोल्ड है। इससे पहले उन्होंने एशियन गेम्स, साउथ एशियन गेम्स और ओलिपिंक जैसी प्रतियोगिताओं में गोल्ड मेडल जीत चुके हैं। वहीं इस साल नीरज चोपड़ा के खाते में यह दूसरा गोल्ड मेडल आया है। इससे पहले नीरज ने दोहा डायमंड लीग में भी गोल्ड का तमगा अपने नाम किया था।
ड्रीम ११ पहनेगी टीम इंडिया
बायजूस के दिन लद गए अब ड्रीम ११ के दिन है। जी हां, टीम इंडिया की जर्सी पर अब बायजूस की जगह पैंâटेसी स्पोर्ट्स गेमिंग कंपनी ड्रीम ११ का लोगों नजर आएगा। ड्रीम ११ ने टीम इंडिया की जर्सी के मुख्य स्पॉन्सरशिप राइट्स ३५८ करोड़ रुपए में खरीदे हैं। यह डील ३ साल के लिए है। बायजुस का कॉन्ट्रैक्ट इसी साल मार्च में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ सीरीज के बाद खत्म हो गया था। इस तरह ३ महीने तक हिंदुस्थान का कोई जर्सी स्पॉन्सर नहीं रहा, अब बोर्ड ने ड्रीम-११ के साथ पार्टनरशिप के बारे में एलान किया। ड्रीम-११ का लोगों टीम की जर्सी पर वेस्टइंडीज दौरे से लग जाएगा। देश की पुरुष और महिला टीम उससे पहले कोई और सीरीज नहीं खेलेगी। वेस्टइंडीज दौरा १२ जुलाई से शुरू होगा। यहां टीम इंडिया २ टेस्ट, ३ वनडे और ५ टी-२० खेलेगी। ड्रीम-११ का कॉन्ट्रैक्ट २०२५ के जून में होने वाले वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल तक बना रहेगा।
संन्यास..हां भाई हां
३८ साल के हो गए हैं टीम इंडिया फुटबॉल के कप्तान सुनील छेत्री जिनकी किक दुनिया में गूंजती है और जो रोनाल्डो, मैसी की तरह गोल किंग् हैं। अभी भी टीम में खेल रहे हैं, मगर एक दिन संन्यास तो लेना ही पड़ेगा, किंतु वो कब लेंगे संन्यास ये खुद उन्हें भी नहीं पता। वो मुस्कुराते हुए कहते हैं कि संन्यास, हां भाई हां, वो एक दिन तो लेना होता है। मगर कब ये नहीं पता। जी हां, छेत्री ने लेबनान के खिलाफ देश के सेमीफाइनल की पूर्व प्रेस कॉन्फरेंस पर कहा, ‘मैं नहीं जानता कि देश के लिए मेरा अंतिम मैच कब होगा। मैंने कभी भी लंबे समय के लक्ष्य नहीं बनाए, मैं अगले मैच के बारे में सोचता हूं, अगले १० दिन के बारे में सोचता हूं। यह (संन्यास) एक दिन होगा ही और यह उस दिन होगा जब शायद मैं ऐसा नहीं चाहता हूं। लेकिन तब तक मैं इसके बारे में नहीं सोचता। एशिया के दूसरे सबसे ज्यादा ९२ गोल करनेवाले खिलाड़ी छेत्री ने कहा कि उन्होंने संन्यास लेने पर पैâसला करने के लिए खुद के लिए कुछ मानदंड तय किए हैं।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं। )