मुख्यपृष्ठखेलआउट ऑफ पवेलियन : बुमराह की कमर

आउट ऑफ पवेलियन : बुमराह की कमर

अमिताभ श्रीवास्तव

जसप्रीत बुमराह चैंपियंस ट्रॉफी में खेलते दिखेंगे या नहीं, यह उनकी कमर पर निर्भर हो गया है। बुमराह की कमर ने टीम इंडिया की तेज गेंदबाजी को चिंता में डाल दिया है, मगर उनकी कमर को लेकर विरोधी खेमे में खुशी है कि यदि बुमराह नहीं खेल पाते हैं तो वो आधी से ज्यादा जंग बिना खेले ही जीत जाएंगे। दरअसल, टीम इंडिया के एलान में हो रही देरी का एक कारण जसप्रीत बुमराह की चोट को माना जा रहा है। चैंपियंस ट्रॉफी के आयोजन में करीब एक महीना बाकी रह गया है, लेकिन बुमराह के खेलने पर अब भी सवालिया निशान लगा हुआ है। अब एक अपडेट सामने आया है कि भारत के स्टार गेंदबाज को घर जाकर आराम करने की सलाह दी गई है और उनके सिलेक्शन पर तभी पैâसला लिया जाएगा, जब उनकी कमर में सूजन की समस्या पूरी तरह ठीक हो चुकी होगी। फिलहाल, बुमराह को कमर में सूजन की समस्या ही बताई गई है और उनकी वापसी को लेकर कोई जल्दबाजी नहीं की जाएगी। बुमराह पहले भी कमर की समस्या से पीड़ित रहे हैं, इसलिए टीम मैनेजमेंट ऐसा कोई पैâसला नहीं लेना चाहेगा, जिससे उनकी सूजन या चोट में इजाफा हो। आईसीसी ने चैंपियंस ट्रॉफी स्क्वॉड की घोषणा के लिए आखिरी तारीख १२ जनवरी सेट की थी, लेकिन बीसीसीआई ने टीम की घोषणा के लिए थोड़ा और समय मांगा था। वहीं बीसीसीआई के वाइस प्रेसिडेंट राजीव शुक्ला ने बताया कि टीम इंडिया का एलान १८ या १९ जनवरी को किया जाएगा। बुमराह को शामिल करने के लिए टीम इंडिया के पास अभी समय है क्योंकि स्क्वॉड की घोषणा के बाद सभी टीमें उसमें १३ फरवरी तक बदलाव कर सकती हैं।
बंद होगी झूठ की दुकान
दुनियाभर में अपने झूठ से सनसनी फैलाने वाली एक कंपनी बंद होनेवाली है। जी हां, अमेरिका स्थित शॉर्ट सेलर कंपनी हिंडनबर्ग रिसर्च जिसने अडानी समूह सहित कई व्यावसायिक संस्थाओं को निशाना बनाया था, अब बंद होने जा रही है। इसकी घोषणा खुद इसके संस्थापक नैट एंडरसन ने की है। नैट एंडरसर ने हिंडनबर्ग वेबसाइट पर एक नोट लिखकर कहा है कि मैंने हिंडनबर्ग रिसर्च को खत्म करने का निर्णय लिया है। जिन विचारों पर हम काम कर रहे थे, उन्हें पूरा करने के बाद योजना को बंद करने की योजना है। एंडरसन ने स्पष्ट किया है कि इस पैâसले को बंद करने के पीछे कोई विशेष खतरा या व्यक्तिगत मुद्दा नहीं है। कंपनी के फाउंडर नैट एंडरसन ने सोशल मीडिया साइट एक्स पर लिखा कि उन्होंने पिछले साल के अंत से ही अपने परिवार, दोस्तों और अपनी टीम के साथ ये बात शेयर की थी कि इस प्लानिंग के साथ कंपनी को शुरू किया गया था कि उन विचारों के पूरा होने के बाद हिंडनबर्ग रिसर्च को बंद कर दिया जाएगा। ये पहले ही प्लान किया गया था कि जिन विचारों के लिए वे काम कर रहे हैं, उनके पूरा होने के बाद कंपनी को बंद कर दिया जाएगा। पिछले पोंजी मामलों के मुताबिक, जिन कामों को अभी पूरा किया है उनको विनियामकों के साथ शेयर करने के बाद वो दिन आ गया है।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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