अमिताभ श्रीवास्तव
सलीम को आखिरी सलाम
टीम इंडिया में नवाब यूं तो मंसूर अली पटौदी को कहते थे मगर असली नवाब तो सलीम दुर्रानी थे। फिल्म के किसी नायक की तरह आकर्षक लगने वाले, खुशमिजाज व्यक्तित्व के धनी और प्रशंसकों की मांग पर छक्का जड़ने के लिए जाने जाने वाले १९६० के दशक के दिग्गज क्रिकेटर सलीम दुर्रानी का कल रविवार को निधन हो गया है। वह ८८ वर्ष के थे। उनके परिवार के निकट सूत्रों ने उनकी निधन की सूचना की पुष्टि की है। सलीम दुर्रानी अपने छोटे भाई जहांगीर दुर्रानी के साथ गुजरात के जामनगर में रह रहे थे। उनका इस साल जनवरी में जांघ की हड्डी टूट जाने के बाद ऑपरेशन हुआ था। अफगानिस्तान में जन्मे सलीम दुर्रानी हिंदुस्थान के ऐसे पहले क्रिकेटर थे जिसे अर्जुन अवॉर्ड का सम्मान दिया गया था। काबुल में जन्मे दुर्रानी न केवल अपनी शानदार बल्लेबाजी के लिए जाने जाते थे, बल्कि वह बाएं हाथ के स्पिन गेंदबाज भी थे। उन्होंने २९ टेस्ट मैच खेले। इन मैचों में उन्होंने कुल १२०२ रन बनाए। इन १२०२ रनों में एक शतक और ७ अर्धशतक शामिल थे। इतना ही नहीं, उन्होंने अपने करियर में कुल ७५ विकेट भी लिए। दुर्रानी ने १९६१-६२ में पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में इंग्लैंड के खिलाफ हिंदुस्थान की २-० से जीत में अहम भूमिका निभाई थी।
कब आएंगे करन अर्जुन?
कब आएंगे मेरे करन अर्जुन? कोलकाता नाइट राइडर्स की यही पुकार है। अपना पहला मैच हार चुके केकेआर की टीम को उनके करन अर्जुन की याद सताने लगी है। ये करन अर्जुन है बांग्लादेश के शाकिब अल हसन और लिटन दास। जो टीम से नहीं जुड़े हैं। जी हां, बांग्लादेश के स्टार ऑलराउंडर शाकिब अल हसन और ओपनर लिटन दास कोलकाता नाइट राइडर्स का हिस्सा हैं लेकिन वह अभी तक टीम से जुड़े नहीं हैं। दोनों को आयरलैंड के खिलाफ ३ टी-२० मैचों की सीरीज के बाद केकेआर टीम से जुड़ना था। शाकिब और लिटन को आयरलैंड के खिलाफ होने वाले टेस्ट मैच के लिए बांग्लादेश टीम का हिस्सा बनाया गया है जो ४ अप्रैल से मीरपुर में खेला जाना है। इससे साफ है कि शाकिब और लिटन ८ अप्रैल के बाद ही कोलकाता टीम से जुड़ पाएंगे। वैसे भी कप्तान श्रेयस अय्यर चोटिल हैं तो उनकी जगह नितीश राणा को कप्तानी सौंपी गई है जो पहले मैच में लगभग असफल साबित हुए हैं।
५० लाख वसूल
इस खिलाड़ी ने अपने पहले ही मैच में ५० लाख वसूल करवा दिए। सात छक्के जड़कर दर्शकों को अपने खेल से मंत्रमुग्ध करने वाले वेस्टइंडीज के ऑलराउंडर मेयर्स ने दिल जीत लिया। मेयर्स का ये पहला आईपीएल नहीं हैं। इससे पहले वह लखनऊ के साथ ही थे लेकिन पिछले सीजन उन्हें एक भी मैच खेलने का मौका नहीं मिला था और इसका कारण डिकॉक ही थे। लखनऊ ने उन्हें बेस प्राइस ५० लाख रुपए में अपने साथ जोड़ा था इस बार उन्हें पहले मैच में मौका मिला और उन्होंने जमकर रंग जमाया। उन्होंने ३८ गेंद खेलते हुए दो चौके और सात छक्कों की मदद से ७३ रन बनाए। इस दौरान उनका स्ट्राइक रेट १९२.११ का रहा। इस पारी में किस्मत ने भी मेयर्स का साथ दिया। वह जब १४ के निजी स्कोर पर थे तब उनका कैच छूट गया था। छठा ओवर कर रहे थे चेतन साकरिया। उन्होंने स्लोअर बाउंसर फेंकी, जिसे मेयर्स ने शॉर्ट थर्डमैन के ऊपर से खेलना चाहा। वहां खड़े थे खलील अहमद जिन्होंने उनका कैच छोड़ दिया। इसका खामियाजा भी दिल्ली को भुगतना पड़ा।
पंत नहीं पंत की टी शर्ट टांगी
दिल्ली को ऋषभ पंत की कमी बहुत खली। वार्नर की कप्तानी में दिल्ली अपना पहला मैच हार गया। मगर पंत पूरे समय याद आते रहे। दिल्ली कैपिटल्स के पूर्व कप्तान ऋषभ पंत पिछले साल कार एक्सीडेंट में घायल हो गए थे। जिस कारण वह लंबे समय के लिए क्रिकेट रहेंगे। दिल्ली ने उनकी जगह डेविड वॉर्नर को कप्तान बनाया। टीम ने लखनऊ के खिलाफ अपने पहले ही मैच में पंत के सम्मान में उनकी जर्सी को पवेलियन के ऊपर टांग दिया। पंत इस आईपीएल सीजन में टीम का हिस्सा नहीं होंगे। लेकिन उन्हें सपोर्ट करने के लिए उनके फैंस लखनऊ के स्टेडियम में भी पोस्टर लेकर पहुंच गए। पोस्टर पर फैंस ने ‘मिस यू पंत’ लिखा। सच में पंत को मिस भी किया गया। वार्नर के पास ऐसा कोई बल्लेबाज नहीं था जो उनकी तरह टिककर खेले। पंत होते तो दिल्ली की टीम को हराना आसान नहीं होता।
(लेखक सम सामयिक विषयों के टिप्पणीकर्ता हैं। ३ दशकों से पत्रकारिता में सक्रिय हैं व दूरदर्शन धारावाहिक तथा डाक्यूमेंट्री लेखन के साथ इनकी तमाम ऑडियो बुक्स भी रिलीज हो चुकी हैं।)