मुख्यपृष्ठखेलआउट ऑफ पवेलियन : ब्रेकअप के बाद खुले किस्मत के ताले

आउट ऑफ पवेलियन : ब्रेकअप के बाद खुले किस्मत के ताले

अमिताभ श्रीवास्तव

कुछ खोकर ही कुछ पाना होता है। अच्छे वक्त के लिए प्रतीक्षा ही नहीं, बल्कि अपना प्यार तक खोना पड़ता है। अब देखिए न, उसकी जिंदगी में ख्याति तभी लिखी थी, ज़ब वो अपने ब्वॉयफ्रेंड से अलग हो जाए और हुआ भी ऐसा ही, उसके ब्रेकअप के बाद वो तुरंत हिट हो गईं। रिंग गर्ल सिडनी थॉमस ने खुद खुलासा किया है कि प्रसिद्धि मिलने से कुछ समय पहले ही उनका अपने ब्वॉयफ्रेंड से ब्रेकअप हो गया था। पिछले दिनों अपना २१ वां जन्मदिन मनाने वाली सिडनी की जेक पॉल-माइक टायसन मुकाबले के समय रिंग गर्ल के रूप में वायरल हुई थीं और इसके बाद उनके इंस्टाग्राम पर ७७५,००० से भी अधिक फॉलोअर्स बढ़ गए। दरअसल, यह आंकड़ा नेटफ्लिक्स कार्ड पर उनकी रिंग गर्ल के रूप में उपस्थिति के दौरान बहुत बढ़ गया। उनके ब्रेकअप के बाद ही किस्मत के ताले खुले वो कहती हैं ‘मैंने सचमुच अपने ब्वॉयफ्रेंड से ब्रेकअप कर लिया। मुझे उससे कोई परेशानी नहीं थी। वह बहुत बढ़िया था। मैंने रिश्ता खत्म कर दिया, क्योंकि मुझे अकेले में अधिक समय बिताने और यह जानने की जरूरत महसूस हुई कि मैं वास्तव में कौन हूं ? वो कहती है, ‘मैं अकेला रहना चाहती थी और अपने आप पर ध्यान केंद्रित करना चाहती थी, भले ही यह मेरे द्वारा लिए गए सबसे कठिन निर्णयों में से एक था। हालांकि, यह ब्रेकअप आसान नहीं था, लेकिन इसका कोई अफसोस नहीं है। उसने कहा, ‘एक दूसरे को खोना जितना भी कठिन था, मुझे लगता है कि यह सब भगवान की योजना थी। अंत में सब ठीक हो गया। देखिए अब हम कहां हैं।

१० महीने धकेला जाएगा विश्वकप
फीफा विश्वकप का पूरी दुनिया में इंतजार होता है और ज़ब यह नियत तारीख से आगे-पीछे खिसकाया जाता है तो बड़ा हो-हल्ला मचता है। २०३४ के विश्वकप को भी खिसकाने पर भारी विचार- विमर्श चल रहा है, जो सऊदी अरब में होने जा रहा है। आखिर यहां के इस आयोजन को क्यों धकेला जाएगा? यह सवाल खड़ा हो गया है और इसका उत्तर भी बड़ा सरल व मान्य है। सऊदी विश्वकप जनवरी २०३४ में शुरू होगा, जो कि अपेक्षा से दस महीने पहले है। इसका मतलब यह होगा कि क्रिसमस प्रीमियर लीग के कार्यक्रमों की सूची में फिर से भारी कटौती की जाएगी। ठीक वैसे ही जैसे नवंबर २०२२ में कतर टूर्नामेंट की शुरुआत के समय हुआ था।
२०३० का आयोजन मुख्य रूप से स्पेन, पुर्तगाल और मोरक्को में आयोजित किया जाएगा, हालांकि, शुरुआती तीन मैच उरुग्वे, अर्जेंटीना और पैराग्वे में खेले जाएंगे।
२०३४ के आयोजन के लिए सऊदी अरब एकमात्र उम्मीदवार है , दोनों टूर्नामेंटों के लिए संयुक्त निर्णय ‘सर्वसम्मति से’ पारित होने की उम्मीद है। आधिकारिक तौर पर सऊदी आयोजन अभी भी गर्मियों में आयोजित किया जाएगा। लेकिन खाड़ी राज्य में जून में तापमान ४५ डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है, जो खिलाड़ियों और यात्रा करने वाले प्रशंसकों के स्वास्थ्य और कल्याण के आधार पर संभव नहीं है। हालांकि, पहला शीतकालीन विश्वकप, कतर में २०२२ में नवंबर और दिसंबर में आयोजित किया गया था, लेकिन कार्यक्रम संबंधी मुद्दों के कारण अब २०३४ के आयोजन की शुरुआत जनवरी में होने की संभावना अधिक है। सऊदी अरब में तिथियां रमजान के धार्मिक काल के अनुमानित कार्यक्रम के साथ मेल खाती हैं, जब मुसलमानों को दिन में उपवास रखना होता है। अब यह तो संभव नहीं कि रमजान के बाद में मनाया जाए या न मनाया जाए, लिहाजा जनवरी के आरंभ में ही इस विश्वकप को शुरू करने पर विचार किया जा रहा है।

(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)

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