अमिताभ श्रीवास्तव
कोविड की वैक्सीन न लगवाने की कीमत टूर्नामेंट से बाहर होकर चुकानी पड़ रही है। यहां तक कि देश में ही प्रवेश नहीं दिया जा रहा। यह हाल है वर्ल्ड नंबर-१ पुरुष टेनिस खिलाड़ी नोवाक जोकोविच का, जिन्हें अमेरिका के फ्लोरिडा में होनेवाले एटीपी टूर्नामेंट मियामी ओपन में नहीं खेलने दिया जा रहा। इसकी पुष्टि आयोजकों ने की। दरअसल, जोकोविच ने कोरोना वैक्सीन का टीका नहीं लगवाया है, जिसकी वजह से उन्हें अमेरिका में एंट्री नहीं मिल रही है। इससे पहले जोकोविच ने कैलिफोर्निया में ६ मार्च से १९ मार्च के बीच होने वाले इंडियन वेल्स से भी अपना नाम वापस ले लिया था। अमेरिकी नीतियों के मुताबिक, बिना कोरोना वैक्सीन लगवाए व्यक्ति को यूएस में एंट्री नहीं दी जाती है। जोकोविच ने अमेरिकी अधिकारियों से स्पेशल प्रवेश देने के लिए अनुरोध किया था, लेकिन उनके अनुरोध को अस्वीकार कर दिया गया। मियामी ओपन २१ मार्च से २ अप्रैल तक होना है। सर्बियाई स्टार पिछले साल ऑस्ट्रेलिया ओपन और यूएस ओपन भी नहीं खेल पाए थे।
चौथे पर हॉकी
चौथे पर पहुंच गई टीम इंडिया की हॉकी। जी हां, यह खुशी की बात है कि अब हिंदुस्थानी हॉकी धीरे-धीरे ऊपर की ओर जा रही है। दरअसल, ऑस्ट्रेलिया और जर्मनी को शिकस्त देने के बाद टीम इंडिया की स्थिति दृढ़ हुई है। ऑस्ट्रेलिया की टीम को प्रो-लीग हॉकी टूर्नामेंट में हिंदुस्थान के हाथों दो मैचों में हार का नुकसान उठाना पड़ा, जिससे वह ५वें स्थान पर खिसक गई है। इस वर्ष जनवरी में ओडिशा में विश्व कप खिताब जीतने के बाद शीर्ष स्थान पर पहुंचने वाला जर्मनी िंहदुस्थान से लगातार दो मैच हारने के बाद भी दो पायदान नीचे तीसरे स्थान पर खिसक गया। टीम इंडिया विश्व कप के क्वार्टर फाइनल में पहुंचने में नाकाम रही थी। विश्व कप में कांस्य पदक जीतने वाला नीदरलैंड शीर्ष स्थान पर है जबकि उपविजेता बेल्जियम रैंकिंग में दूसरे स्थान पर काबिज है। िंहदुस्थान ने प्रो-लीग के अपने मैचों में जर्मनी को ३-२ और ६-३ जबकि ऑस्ट्रेलिया को ५-४ और ४-३ से पराजित किया। लगातार चार मैचों में जीत से टीम इंडिया एफआईएच प्रो-लीग के प्वाइंट्स टेबल के शीर्ष पर पहुंच गया है। इसके साथ ही हरमनप्रीत सिंह की अगुवाई वाली टीम ने एफआईएच रैंकिंग में छठे से चौथे स्थान पर पहुंच गई है।
वन डे से नहीं हटा सूर्य ग्रहण
एक बार फिर सूर्यकुमार यादव असफल हो गए। वन डे मैचों में लगता है सूर्यकुमार को सूर्य ग्रहण लगा हुआ है। श्रेयस अय्यर के चोटिल होने के कारण मुंबई वनडे के लिए सूर्यकुमार को चुना गया। सूर्या जब बल्लेबाजी करने आए, तब टीम ने १४ रन के स्कोर पर दो विकेट खो दिए थे। कोहली के आउट होने के बाद सूर्या क्रीज पर आए और पहली ही गेंद पर एलबीडब्ल्यू हो गए। सूर्या एक भी गेंद का सामना नहीं कर पाए और गोल्डन डक हो गए। सूर्या ने वनडे में डेब्यू के बाद कुछ अच्छी पारी खेली लेकिन फिर उनकी लय बिगड़ गई। इस फॉर्मेट में विस्फोटक बल्लेबाज अब तक कुछ खास नहीं कर पाया है। उन्होंने २१ मैचों की १९ पारियों में २७.०६ के औसत से ४३३ रन ही बनाए हैं। उनके बल्ले से दो ही अर्धशतक निकले हैं। पिछली ११ पारियों की बात करें तो सूर्या केवल चार ही बार दहाई का आंकड़ा छू पाए हैं, वहीं पिछली १५ पारियों से उनके बल्ले से कोई अर्धशतक नहीं निकला है।
चहल पर कोई पहल नहीं
लगता है चहल पर टीम इंडिया प्रबंधन कोई पहल नहीं कर रहा। उनके साथ लगातार नाइंसाफी हो रही है। पहले रोहित शर्मा तो अब हार्दिक पंड्या ने भी उन्हें प्लेइंग इलेवन से बाहर रखा। स्टार स्पिनर युजवेंद्र चहल को इस साल वनडे मैचों में खेलने का मौका न के बराबर ही मिला है। टीम इंडिया ने जनवरी से अभी तक ७ वनडे मुकाबले खेले हैं लेकिन उन्हें सिर्फ २ मुकाबलों में प्लेइंग इलेवन का हिस्सा बनाया गया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भी उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह नहीं दी गई। इससे पहले चहल ने आखिरी वनडे मैच रोहित की कप्तानी में २४ जनवरी को न्यूजीलैंड के खिलाफ खेला था जबकि बाकी मैचों में उन्हें बेंच पर ही बैठना पड़ा। बात करें इस खिलाड़ी के वनडे आंकड़ों की, तो चहल ने टीम इंडिया की तरफ से २०१६ में डेब्यू किया था, जिसके बाद से उन्होंने टीम इंडिया की तरफ से खेलते हुए ७२ मुकाबलों में १२१ विकेट हासिल किए हैं। इसमें उनका बेस्ट बोलिंग स्पेल ४२ रन देकर ६ विकेट रहा है। इतना ही नहीं, वे कई मौकों पर टीम के लिए मैच विनर भी साबित हुए हैं लेकिन बावजूद इसके वे टीम से ड्रॉप होते रहते हैं।
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