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आउट ऑफ पवेलियन : घटिया स्टंट …. मानसिकता का ये कैसा विकृत रूप?

अमिताभ श्रीवास्तव

कुछ महीने पहले पूनम यादव नामक एक मॉडल ने अपनी झूठी मौत की खबर उड़ाकर सनसनी पैदा करने की एक घटिया चाल चली थी, अब नए वर्ष के प्रारंभ में ऐसी ही एक विकृत मानसिकता का परिचय देते हुए एक मॉडल ने अपने अपहरण की झूठी कहानी उड़ाकर सुर्खियां पाने की घटिया चाल चली। एक इंस्टाग्राम मॉडल ने घटिया स्टंट के तहत अपने अपहरण का नाटक करने की बात स्वीकार की है। विक्टोरिया रोज, जो ‘वॉह विकी’ नाम से जानी जाती हैं, ने कहा कि उन्होंने यह विकृत शरारत इसलिए की क्योंकि वह ‘बोर’ हो गई थीं। ऐसी भी क्या मानसिकता, जिससे समाज को आप भ्रमित कर खुद को प्रचारित करें। लाइव स्ट्रीम के दौरान २४ वर्षीय मॉडल ने प्रशंसकों से कहा कि वह बस ‘मस्ती’ कर रही थीं, जब उसने लोगों को यह विश्वास दिलाया कि नाइजीरिया में उसका अपहरण कर लिया गया है। रोज ने एक्स पर कई ट्वीट पोस्ट किए थे, जो उसके अपहरणकर्ता के बताए गए थे, जिन्हें अब हटा दिया गया है। एक में लिखा था- ‘मैंने विक्की का अपहरण कर लिया है। वह नाइजीरिया में मेरे साथ है। मैं उसकी रिहाई के लिए १० लाख डॉलर की मांग कर रहा हूं।’ रोज के इंस्टाग्राम पर लगभग ३.७ मिलियन फॉलोअर्स हैं। हालांकि, उसे अपनी गलती स्वीकार करने के लिए मजबूर होना पड़ा। वैâमरे से बमुश्किल नजरें मिलाते हुए उन्होंने कहा, ‘सब कुछ ठीक है…इसके लिए खेद है।’ मैं बस बोर हो रही थी और मजे कर रही थी। अब यदि वो ‘भेड़िया आया’ वाली कहानी चरितार्थ हो जाए तो ऐसे लोगों का क्या हो, क्या ये जानते हैं?
ऊपर तमाशा क्यों मचेगा?
अंतरिक्ष में सनसनी
धरती पर तो सनसनी मची रहती है मगर अंतरिक्ष में भी इस साल कुछ अलग सनसनी रहेगी। ऊपर तमाशा मचेगा जो धरती के वैज्ञानिकों के लिए एक अवसर होगा। सिर्फ वैज्ञानिकों के लिए ही नहीं, बल्कि आम धरतीवासियों के लिए भी यह अद्भुत मौका है। यह वर्ष अद्भुत ब्रह्मांडीय प्रदर्शनों का शानदार वर्ष है- जिसमें शनि के छल्लों के लुप्त होने से लेकर उत्तरी ज्योतियों के प्रदर्शन का १० वर्षों का अद्भुत नजारा है। शीघ्र ही क्वाड्रेंटिड उल्का वर्षा होनेवाली है, जो अपने चरम पर प्रति घंटे १२० उल्कापिंडों को आकाश में गिरा सकती है। यह कल यानी ३ जनवरी को चरम पर होगी तथा कुछ अति चमकीले ‘आग के गोले’ उत्पन्न करेगी। इस वर्ष चंद्रमा भी अपने क्षितिज से नीचे होगा। २८ फरवरी को सौरमंडल के सभी सात अन्य ग्रह पृथ्वी के आकाश में एक सीध में आ जाएंगे। इसे ‘ग्रहों की परेड’ के नाम से जाना जाता है- जब बुध, शुक्र, मंगल, बृहस्पति, शनि, यूरेनस और नेपच्यून सभी ग्रह क्षितिज पर एक साथ दिखाई देते हैं। वास्तव में वे पंक्तिबद्ध नहीं होंगे, लेकिन पृथ्वी से देखने पर वे उस तरह दिखेंगे। मार्च २०२५ तक शनि के वलय पूरी तरह से गायब हो जाने की उम्मीद है। खगोल विज्ञान साइट अर्थ स्काई के अनुसार, मार्च के बाद वे पुन: दिखाई देंगे तथा नवंबर में पुन: गायब हो जाएंगे। यह आयोजन प्रत्येक १३ से १६ वर्ष में होता है। आखिरी बार शनि के वलय २००९ में गायब हुए थे। ऐसा इसलिए है क्योंकि शनि ग्रह और उसके वलय के बारे में पृथ्वी का दृष्टिकोण समय के साथ बदलता रहता है क्योंकि ग्रह अपनी धुरी पर घूमता रहता है। इस २०२५ में तीन सुपरमून आएंगे, जो पूर्ण चंद्रमा होंगे तथा विशेष रूप से बड़े दिखेंगे।

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