अमिताभ श्रीवास्तव
यह दुनिया का एकमात्र म्यूजियम है, जो भयानक है मगर हास्यास्पद है। भयानक इसलिए क्योंकि यहां दुनिया के महान लोगों की मोम की मूर्तियां हैं जो अजीबोगरीब अंदाज में बनाई गई हैं और हास्यास्पद इसलिए क्योंकि इन मूर्तियों को देखकर हंसी छूट जाती है। पोलैंड के क्राको में पोलोनिया वैक्स नामक म्यूजियम मशहूर है। जहां वेल्स के राजकुमार और राजकुमारी की मूर्ति सबसे अधिक हास्यास्पद है, जिनके आगे सेल्फी लेते लोगों की भीड़ रहती है। क्योंकि विलियम की त्वचा पीली है और उसका चेहरा ऐसा जैसे एसिड से जला हो, वहीं केट को पहचानना मुश्किल होता है अगर उनके नाम वाली पट्टिका न लगी हो तो। मोम की ये प्रतिमाएं चीन की एक कंपनी द्वारा तस्वीरों से बनाई गई हैं और ऐसा माना जाता है कि प्रत्येक शाही प्रतिमा की लागत ८,००० पाउंड के बराबर है। बताया गया कि ये अनोखी मोम की मूर्तियां पर्यटकों के बीच काफी लोकप्रिय हैं। केट और विल्स की बगल में शाही परिवार के कमरे में महारानी एलिजाबेथ द्वितीय और राजकुमार फिलिप की मोम की प्रतिमाएं हैं- जिन्हें इस सप्ताह ‘द सन’ के यूट्यूब शो रॉयल एक्सक्लूसिव पर लॉर्ड ऑफ द रिंग्स के गॉलम की तरह बताया गया है। एक तरफ माइकल जैक्सन की आंखें टेढ़ी हैं, वहीं दूसरी तरफ हिलेरी क्लिंटन और डोनाल्ड ट्रंप दोनों ही हैलोवीन स्लेशर माइकल मायर्स जैसे दिखते हैं। व्लादिमीर पुतिन अपने साथी रूसी नेताओं लेनिन और जोसेफ स्टालिन के साथ एक ही कोठरी में बंद हैं। वहीं नाजी नेता एडोल्फ हिटलर की मूंछें टेढ़ी हैं। अलकायदा का आतंकवादी प्रमुख ओसामा बिन लादेन एक पिंजरे में पैर मोड़कर बैठा है, जबकि पूर्व ब्रिटिश प्रधानमंत्री विंस्टन चर्चिल अपने युद्ध कालीन बॉयलर सूट में सोफे पर आराम कर रहे हैं। यूक्रेनी राष्ट्रपति वलोडिमिर जेलेंस्की के बाल बहुत छोटे हैं और उन्हें केवल उनके ट्रेडमार्क हरे स्वेटर के कारण ही पहचाना जा सकता है। मोम की कलाकृतियां इतनी खराब हैं कि दीवारों पर उनके नाम लिखे हैं, ताकि आगंतुक उन्हें पहचान सकें।
चीन का चिड़ियाघर घोटाला?
यह ऐसा घोटाला है जिससे दुनियाभर के देश चीन पर थू-थू कर रहे हैं। दरअसल, यह चिड़ियाघर घोटाला है। घोटाला धन का नहीं, बल्कि मनोरंजन की भावना का है। झूठ का है। यह ऐसी पोल है जो अब खुल गई है। दरअसल, चीन के एक चिड़ियाघर पर आरोप है कि उसने कुत्तों को बाघ जैसे रंग में रंग दिया और वहां आनेवाले लोगों को उन्हें बाघ के रूप में पेश किया जा रहा है। एक रिपोर्ट के मुताबिक, ताइझोउ में किनहु बे फॉरेस्ट एनिमल किंगडम का पर्दाफाश तब हुआ जब डॉयिन पर शेयर किए गए एक वीडियो में एक चाउ चाउ पपी को बाघ जैसा दिखाने के लिए रंगा गया था। चिड़ियाघर से हासिल तस्वीरों में दो और रंगे हुए कुत्ते भी दिखाई दिए, जो चीन के मूल निवासी हैं व आमतौर पर सफेद होते हैं, जिन पर नकली बाघ जैसे पैटर्न बने हुए हैं। रिपोर्ट के मुताबिक, स्थानीय मीडिया के जरिए सामना किए जाने के बाद किनहु बे फॉरेस्ट एनिमल किंगडम ने अपनी इस गलती को कबूल भी कर लिया है। रिपोर्ट के मुताबिक, आलोचना के बावजूद चिड़ियाघर ने अपनी इस गलती का बचाव करते हुए कहा कि रंगाई केवल ‘एक नौटंकी’ थी और जनता को यकीन दिलाया कि यह प्रक्रिया पेशेवर रूप से की गई थी।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)