अमिताभ श्रीवास्तव
‘विश्व सुंदरी’ या ‘मिस यूनिवर्स’ जैसी स्पर्धाएं तो होती ही हैं, मगर सुंदरता को विज्ञान की कसौटी पर कसते हुए बताया जाए कि कौन सबसे ज्यादा सुंदर है तो इसे एक अलग तरह का खोज कहा जा सकता है। अब देखिए न, प्राचीन यूनानियों द्वारा प्रयुक्त विज्ञान के अनुसार केट मॉस आधिकारिक तौर पर सभी सुपरमॉडलों में सबसे सुंदर बताई गई हैं। वैâटवॉक की क्वीन मानी जानेवाली ५१ वर्षीय केट गोल्डन रेशियो ऑफ ब्यूटी फाई में ९४.१४ प्रतिशत सटीक पाई गई हैं। दिलचस्प यह है कि सुंदरता मापने के लिए यह एक प्राचीन यूनानी अवधारणा है, जिसे किसी भी चीज पर लागू किया जा सकता है। विख्यात चित्रकार लियोनार्डो दा विंची ने अपनी प्रसिद्ध कृति विट्रुवियन मैन में आदर्श मानव पुरुष शरीर के लिए इसका प्रयोग किया था। इसके पीछे आधार यह है कि किसी चेहरे या शरीर का अनुपात १.६१८ (पीएचआई) संख्या के जितना करीब होगा, वह उतना ही अधिक सुंदर होगा। १९८० के दशक के मध्य में सुपरमॉडल युग की शुरुआत से लेकर आज के कवर स्टार तक सभी मॉडलों का उनके चरम पर मूल्यांकन किया गया, ताकि यह निर्धारित किया जा सके कि वे कितने सुंदर हैं। यह सूची हार्ले स्ट्रीट फेशियल कॉस्मेटिक सर्जन डॉ. जूलियन डी सिल्वा द्वारा नवीनतम कंप्यूटरीकृत मानचित्रण तकनीक के साथ संकलित की गई है, जो लंदन में सेंटर फॉर एडवांस्ड फेशियल कॉस्मेटिक एंड प्लास्टिक सर्जरी चलाते हैं और अपने काम में इस तकनीक का उपयोग करते हैं।
क्या टैटू ने ली टॉप इन्फ्लुएंसर की जान?
टैटू के चक्कर में दुनिया का एक टॉप इन्फ्लुएंसर मारा गया। बताया तो यह गया कि उसकी पीठ पर एक बड़े टैटू बनाने के लिए सामान्य एनेस्थेटिक दिए जाने के बाद ऑपरेशन टेबल पर ही उसकी मौत हो गई। हालांकि, जांच की जा रही है मगर अभी तक की खबरों में ४५ वर्षीय रिकार्डो गोडोई को टैटू सेशन के दौरान एक निजी अस्पताल में हृदयाघात बताया जा रहा है। ब्राजील के इस प्रभावशाली व्यक्ति ने एक टैटू स्टूडियो बुक किया था, जहां वो अपनी पीठ पर एक विशाल टैटू बनवाने वाला था। रिकार्डो ने इस त्रासदी से कुछ समय पहले अपने २,१८,००० इंस्टाग्राम फॉलोअर्स को एक संदेश में बताया था, ‘मैं एक शल्य चिकित्सा प्रक्रिया से गुजरने वाला हूं और शाम ४ बजे के बाद ही यहां वापस आऊंगा।’ मगर वो लौटा नहीं। पुलिस जांच जारी है तथा अधिकारी इस त्रासदी की जांच कर रहे हैं। टैटू स्टूडियो के मालिक ने कहा कि बेहोशी और ट्यूब लगाने की प्रक्रिया के शुरू होते ही उन्हें हृदयाघात हो गया। यह घटना तब घटी जब उन्होंने उस पर टैटू बनाना भी शुरू नहीं किया था।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)