अमिताभ श्रीवास्तव
अभी पिछले दिनों ही एक जूडो का युवा खिलाड़ी हिम स्खलन का शिकार बना और अब एक युवा खिलाड़ी, जो खुद बर्फ की रानी थी, उसे अपना शिकार बना लिया बर्फीले पहाड़ों ने। जी हां, ओलिंपिक स्नोबोर्डर सोफी हेडिगर की २६ वर्ष की आयु में दुखद मौत हो गई। हेडिगर का स्विस पर्वतीय रिसॉर्ट अरोसा में हिमस्खलन की चपेट में आने से मृत्यु हो गई। वह स्विट्जरलैंड की स्नोबोर्ड क्रॉस राष्ट्रीय टीम की सदस्य रह चुकी हैं।
हेडिगर बीजिंग में २०२२ शीतकालीन ओलिंपिक में भाग लेने वाली स्विस टीम का हिस्सा थीं। उन्होंने २०२३-२४ सीजन के दौरान दो विश्व कप पोडियम स्थान भी हासिल किए थे। बर्फ पर उसकी कलाबाजी देखते ही बनती थी। किसी को यकीन ही नहीं हो रहा कि जो बर्फीले पहाड़ों से खेलती थी, उसे यही पहाड़ एक दिन लील जाएंगे।
स्विस-स्की स्पोर्ट के मुख्य कार्यकारी वाल्टर रीसर ने कहा, ‘हम अवाक हैं और हमारी संवेदनाएं सोफी के परिवार के साथ हैं। उनके प्रति हम अपनी गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। स्विस-स्की परिवार के लिए, सोफी की दुखद मौत ने क्रिसमस की अवधि पर एक काली छाया डाल दी है। हम बेहद दुखी हैं।’ २०२५ एफआईएस स्नोबोर्ड विश्व चैंपियनशिप मार्च में सेंट मोरित्ज में आयोजित होने वाली है और इसमें वो हिस्सा लेने वाली थी। हेडिगर इसी सेंट मोरित्ज में आयोजित एक प्रतियोगिता में दूसरे स्थान पर रही थी। वह स्विस आइस हॉकी खिलाड़ी डारियो वुथरिच के साथ रिश्ते में थीं। बताया जा रहा है कि बर्फीले पहाड़ों पर मौसम का कोई भरोसा नहीं रहता। हालांकि, खिलाड़ी सारी सुविधाओं के साथ जाते हैं, उन्हें हिम स्खलन से बचने की ट्रेनिंग भी दी जाती है मगर कभी-कभी ऐसा हादसा हो जाता है कि वो बच नही पाते जैसे हेडिगर के साथ हुआ।
मैदान पर चूहों का आतंक
ओल्ड ट्रैफर्ड फुटबॉल का एक ऐसा स्टेडियम और क्लब है, जो विश्व में अपना एक नाम रखता है मगर इन दिनों चूहो के आतंक से थरराया हुआ है। यहां चूहों का ऐसा प्रकोप है कि भोजन की दुकानों और आलीशान सुइट्स में उनकी बीट तक पाई गई है।
दरअसल इसका पता तब चला जब मैनचेस्टर यूनाइटेड के घरेलू मैदान पर स्वच्छता निरीक्षकों ने दौरा किया और पाया कि परिसर में एक खाद्य कियोस्क में चूहे का मल है। जबकि जमीनी स्तर पर कॉर्पोरेट सुइट की जांच के दौरान और अधिक जानकारी सामने आई। चूहों ने बुरा हाल कर रखा है। दिलचस्प यह है कि यूनाइटेड की पिछली स्वच्छता रेटिंग चार स्टार थी-जो उत्कृष्टता के लिए पूरे पांच से एक स्टार कम है। लेकिन अब यह घटकर मात्र दो स्टार रह गई है। ऐसा माना जाता है कि चूहों की समस्या ओल्ड ट्रैफर्ड के रेलवे लाइन और नहर के बीच स्थित होने के कारण उत्पन्न हुई है। पिछले महीने स्टेडियम के एक दर्शक ने अपनी सीट के नीचे एक मरे हुए चूहे को देखा था। यदि ऐसी हालत बनी रहती है तो यहां खिलाड़ियों को न तो रुकवाया जा सकता है न ही मैच खेले जा सकते हैं।
हालांकि, अब क्लब को अपनी स्वच्छता रेटिंग को बेहतर बनाने के लिए व्यापक सुधार करने का आदेश दिया गया है। और अधिकारियों ने इस समस्या को हल करने के लिए रोडैंट नियंत्रकों के साथ साझेदारी की है।
(लेखक वरिष्ठ खेल पत्रकार व टिप्पणीकार हैं।)