पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कुरान के पन्ने जलाने के आरोप में २ मुस्लिम महिलाओं पर ईशनिंदा का केस दर्ज किया गया है। स्थानीय इमाम काशिफ अली की शिकायत पर एक निजी स्कूल की प्राचार्या शहनाज खान और उसकी खानसामा शाजिया करामात पर मामला दर्ज हुआ है। बकौल पुलिस, दोनों महिलाएं व उनका परिवार गांव छोड़कर भाग गया है।
पुलिस ने मंगलवार को यह जानकारी दी। यहां से लगभग ५० किलोमीटर दूर कसूर जिले के राय कलां गांव में एक स्थानीय इमाम काशिफ अली की शिकायत पर एक निजी स्कूल की प्राचार्य शहनाज खान और उनकी खानसामा शाजिया करामात पर पाकिस्तान दंड संहिता की धारा २९५-बी के तहत मामला दर्ज किया गया है।
पुलिस अधिकारी खालिद सलीम ने बताया कि काशिफ अली द्वारा अपनी मस्जिद से यह घोषणा किए जाने के बाद कि उन्होंने (महिलाओं ने) शनिवार को कुरान के पन्ने जला दिए हैं, दोनों महिलाएं और उनके परिवार गांव छोड़कर भाग गए हैं। उन्होंने बताया कि किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए भारी संख्या में पुलिस बल भी वहां पहुंच गया था। उन्होंने बताया कि हमलावर भीड़ के घर और स्कूल तक पहुंचने से पहले ही शहनाज खान छिप गई थी।
इससे पहले पिछले सप्ताह पंजाब पुलिस ने कहा था कि उन्होंने दो युवा ईसाई बहनों के खिलाफ ईशनिंदा के आरोप में मामला दर्ज किया है। समिया मसीह और सोनिया मसीह, दोनों की उम्र २० वर्ष के आस-पास है, ने सात अगस्त को यहां से लगभग २०० किलोमीटर दूर टोबा टेक सिंह जिले के गोजरा में अपने घर के बाहर कुरान के पन्नों से भरा एक बोरा कथित तौर पर फेंक दिया था। इस बीच अल्पसंख्यक गठबंधन पाकिस्तान के अध्यक्ष एडवोकेट अकमल भट्टी ने कहा कि ईसाई बहनों के खिलाफ अनादर के आरोप झूठे हैं।