भारतीय क्रिकेटर इस समय इंडियन प्रीमियर लीग के १६वें सीजन में व्यस्त हैं। दूसरी ओर पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी पीसीबी एशिया कप की तैयारी में जुटा हुआ है। टूर्नामेंट के १६वें सीजन की जिम्मेदारी पीसीबी को ही मिली है। लेकिन पाकिस्तान है कि अपनी हरकतों से बाज नहीं आ रहा है और वह खेल से भी खिलवाड़ कर रहा है। दरअसल, सितंबर महीने में होनेवाली आगामी एशिया कप २०२३ में खेलने को लेकर हिंदुस्थान और पाकिस्तान के क्रिकेट बोर्ड के बीच तनातनी अभी भी जारी है। इस बीच पीसीबी चेयरमैन नजम सेठी ने एक बेहद चौंकानेवाला बयान दिया है जो इस तनातनी को और बढ़ा रहा है। बता दें कि एशिया कप-२०२३ की मेजबानी पाकिस्तान को मिली है। लेकिन पिछले साल बीसीसीआई सचिव जय शाह ने साफ कर दिया था कि टीम इंडिया किसी भी हाल में पाकिस्तान नहीं जाएगी। इसके बाद पीसीबी की तरफ से भी बयानबाजी हुई। चेयरमैन नजम सेठी ने एशियन क्रिकेट काउंसिल की बैठक में भी इस मसले को उठाया। हाल में भी काउंसिल मीटिंग हुई थी, तब भी ये मामला नहीं सुलझा। इसी बीच नजम सेठी ने एक ऐसा बयान दिया है, जिसने सभी का ध्यान अपनी ओर खींच लिया है। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के चेयरमैन नजम सेठी ने कहा है कि अगर वह इस साल एशिया कप नहीं खेलते हैं तो टूर्नामेंट से होने वाली कमाई में करीब ३० लाख डॉलर का नुकसान हो सकता है। सेठी ने कहा कि पाकिस्तान यह नुकसान सहने को तैयार है क्योंकि यह सिद्धांत का मसला है। उन्होंने कहा, `हमने साफ तौर पर कहा है कि अगर एशिया कप हाइब्रिड आधार पर (भारत के मैच न्यूट्रल वेन्यू पर और बाकी मैच पाकिस्तान में) नहीं होता है तो हम कोई और शेड्यूल स्वीकार नहीं करेंगे और न ही खेलेंगे।’