पीओके, सिंध में पाकिस्तान के खिलाफ बगावत तेज
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
सिंध और बलूचिस्तान में पाकिस्तान के खिलाफ बगावत लंबे अरसे से चली आ रही है। पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर से ऐसी आवाजें उठ रही हैं कि शहबाज सरकार की रातों की नींद उड़ गई है। पीओके के लोग खुद भारत में मिलना चाहते हैं। पाकिस्तान में अब नारे लग रहे हैं कि ‘ये जो दहशतगर्दी है इसके पीछे वर्दी है। ये मारामारी है इसके पीछे वर्दी है। कश्मीरियों के कातिल कौन…पाकिस्तान की कातिल फौज। इस तरह के नारे लाइन ऑफ कंट्रोल एलओसी के उस पार यानि पीओके में लग रहे हैं। ऐसा दांव चला है कि बिना तोप और बंदूक के पाकिस्तान टुकड़े-टुकड़े होने की कगार पर है और पूरे कश्मीर पर भारत का दावा साकार होने के करीब है। इस बीच रक्षामंत्री राजनाथ सिंह भी कह चुके हैं कि अब पीओके लेने का वक्त करीब आ चुका है। भारत की संसद में पीओके को लेकर एक सर्वसम्मत प्रस्ताव पारित है कि वो भारत का ही हिस्सा था, है और आगे भी हम मानते रहेंगे। अब एक बार फिर से पीओके और पाकिस्तान के सिंध-बलूचिस्तान के लोगों ने खुद को भारत में शामिल किए जाने की मांग तेज कर दी है। पीओके के लोग भारत में शामिल करने के लिए पाक सरकार के खिलाफ नारेजबाजी कर रहे हैं।
पाकिस्तानी लोग लगा रहे मदद की गुहार
पाकिस्तानी लोग भी मदद की गुहार लगा रहे हैं। पाकिस्तान के एक बुजुर्ग का वीडियो सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है, जिसमें वह खुद को सिंधी हिंदू होने की बात कह रहे हैं और बता रहे हैं कि हमारी हिंदू बेटियों पर बहुत जुर्म हो रहा है। प्लीज मोदी जी बचा लीजिए। वह भारत से शरण देने की मांग भी कर रहे हैं। पाकिस्तानी विशेषज्ञ और एंकर अब टेलीविजन पर चर्चा के दौरान यहां तक कह रहे हैं कि अमेरिका अगर पाकिस्तान से बात भी करेगा तो भारत की इजाजत लेकर करेगा। भारत ने अमेरिका को अपनी जरूरत का एहसास करा दिया है। पाकिस्तानियों का कहना है कि भारत ने यह दिखा दिया है कि उसे अमेरिका की जरूरत उतनी नहीं है, जितनी कि अमेरिका को भारत की है। क्योंकि भारत अपना हर मसला हल करने में है।