–सुरेश एस डुग्गर–
जम्मू, 13 अप्रैल। एक बार फिर पाक सेना द्वारा एलओसी पर भिजवाए गए ड्रोन ने कई किमी भीतर घुस कर नगदी और हथियार गिराए हैं। हालांकि सेना का दावा है कि उसने इसे गिराया है जिससे यह बरामदगियां हुई हैं। जबकि इस घटना के बाद आसपास के इलाकों में तलाशी अभियान इसलिए छेड़ा गया है क्योंकि पाक सेना आजकल एलओसी और इंटरनेशनल बार्डर पर दोहरे खेल खेलते हुए दो दो ड्रोन को अलग अलग दिशाओं में भेज कर भारतीय जवानों का उलझा रही है।
अधिकारियों ने बताया कि एलओसी के राजौरी जिले में बेरीपतन इलाके में सुरक्षाबलों ने सीमा पार से आए ड्रोन को मार गिराया है। ड्रोन अपने साथ सीलबंद पैकेट में हथियार और नकदी लेकर पहुंचा था। इससे पहले कि यह खेप तस्करों तक पहुंचती, सुरक्षाबलों ने पाकी मंसूबों को नाकाम कर दिया।
सेना ने एक बयान में कहा कि 12-13 अप्रैल की रात को राजौरी के बेरी पतन इलाके में एलओसी पर हवाई वस्तुओं की एक संदिग्ध गतिविधि की सूचना मिली थी, जिसके बाद तलाशी अभियान शुरू किया गया। कार्रवाई के दौरान ड्रोन को मार गिराया गया है। ड्रोन से पांच लोडेड एके मैगजीन, कुछ कैश और एक सीलबंद पैकेट बरामद किया गया है।
इससे पहले इस माह की शुरूआत में इंटरनेशनल बार्डर पर विजयपुर के पास रेल लाइन के पास पाकिस्तानी ड्रोन द्वारा गिराए गए हथियार और गोला बारूद के प्रति चिंता की बात यह थी कि पहली बार पाक ड्रोन ने भारतीय सीमा से 10 किमी से ज्यादा का सफर तय करके भारतीय क्षेत्र के भीतर पैकेट को गिराया था।
हालांकि जिस दिन पाक ड्रोन ने हथियार गिराए उसी दिन भारतीय सीमा सुरक्षा बल के जवानों ने एक पाक ड्रोन पर गोलियां बरसा कर उसे वापस पाक क्षेत्र में भागने पर मजबूर करने का दावा किया था। दरअसल सीमा सुरक्षा बल के जवान पाक सेना की चाल में फंस गए थे। ऐसा पहली बार हुआ था कि पाक सेना ने एक साथ दो ड्रोन भारतीय क्षेत्र में भेजे थे। इनमें से एक इंटरनेशनल बार्डर पर ही मंडराता रहा था और दूसरा 10 किमी भीतर तक घुस गया था।
हालांकि अभी तक ड्रोन की इस कवायद से निपटने को बीएसएफ के आग्रह पर इंटरनेशनल बार्डर के एक किमी के क्षेत्र में रात का कर्फ्यू लागू किया गया है पर अब वह भी बेकार इसलिए साबित होने लगा है क्यांेकि पाक ड्रोन हथियारांे को एक किमी से अधिक दूरी पर फैंकने लगे हैं ताकि पाकिस्तानी एजेंट उन्हें एकत्र कर सकें। अभी तक वे एक किमी के भीतर ही इनको एकत्र करते थे।