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पालघर झेल रहा कुष्ठ का कोप!… कुष्ठ रोगियों की संख्या में बढ़ोतरी

• मरीजों की संख्या में राज्य में दूसरे स्थान पर
• महिलाएं और बच्चियां हैं ज्यादा शिकार

योगेंद्र सिंह ठाकुर / पालघर
महाराष्ट्र राज्य को २०२५ तक कुष्ठ रोग मुक्त कराने का दावा फेल होता दिख रहा है। कुष्ठ उन्मूलन के लिए स्वास्थ्य विभाग द्वारा विशेष अभियान चलाए जाने के बावजूद मरीजों की संख्या बढ़ती जा रही है। पालघर जिला कुष्ठ रोग का कोप झेल रहा है। महाराष्ट्र में इस समय कुष्ठ रोगियों की कुल संख्या १६ हजार ९४ है। पालघर जिला कुष्ठ रोगियों की संख्या में राज्य में दूसरे स्थान पर आ गया है। जिले में कुष्ठ रोगियों की कुल संख्या १ हजार ३११ है, जो चिंता बढ़ाने वाला आंकड़ा है।
स्वास्थ्य विभाग के डॉ. संदीप गाडेकर ने कहा कि पालघर जिला परिषद के स्वास्थ्य विभाग ने पिछले दो वर्षों में कुष्ठ रोगियों के लिए दो विशेष अभियान चलाए हैं। कुष्ठ रोगियों का पता लगाकर इससे ग्रसित लोगों का इलाज किया जा रहा है। कुष्ठ रोग के उन्मूलन के लिए कई चीजें लागू की जा रही हैं, जैसे कि शारीरिक परीक्षण, सामाजिक जागरूकता अभियान भी ३० जनवरी से १३ फरवरी तक चलाई जा रही है। कुष्ठ रोगियों को ढूंढ़कर उनका इलाज किया जा रहा है। बता दें कि कुष्ठ रोग के राज्य में सबसे ज्यादा १,३३१ मरीज चंद्रपुर जिले में हैं।
यहां इतने हैं मरीज
जिले में कुल १ हजार ३११ कुष्ठ रोगियों में से ७४५ रोगियों का इलाज चल रहा है, जबकि ५६६ रोगियों का इलाज किया जा चुका है। पालघर नगरपालिका क्षेत्र में ९, डहाणू नगरपालिका क्षेत्र में ३, जव्हार नगरपालिका क्षेत्र में १, वसई-विरार महानगरपालिका क्षेत्र में ४५ मरीज हैं। ग्रामीण इलाकों में जिला परिषद क्षेत्र में कुल ६८७ कुष्ठ रोगी पाए गए हैं। इसमें २०७ बच्चे कुष्ठ रोग से ग्रसित पाए गए, जिनमें ५१ प्रतिशत बच्चियां और महिलाएं तथा ४९ प्रतिशत छोटे बच्चे और पुरुष हैं।
कुष्ठ रोग के लक्षण
कुष्ठ रोग से पीड़ित व्यक्ति में इसके कुछ सामान्य लक्षण नजर आने लगते हैं। इन लक्षणों में कमजोर मांसपेशियां, त्वचा पर दानेदार उभार, उंगलियों के पोरों का सुन्न होना और त्वचा पर घाव होना प्रमुख है। इस बीमारी से पीड़ित व्यक्ति को हुए यह घाव आसानी से ठीक नहीं होते। कुष्ठ रोग मरीज की त्वचा, नसों, हाथ, पैर और आंखों को स्थायी नुकसान पहुंचा सकता है। साथ ही गंभीर स्थिति में किडनी खराब, बांझपन, ग्लूकोमा आदि भी हो सकते हैं।
कैसे फैलता है कुष्ठ रोग
कुष्ठ रोग एक संक्रामक बीमारी है, जो पीड़ित व्यक्ति के डिस्चार्ज के संपर्क में आने से पैâल सकता है। मायकोबैक्टीरियम लैप्री नाम के बैक्टीरिया से होनेवाली इस बीमारी से संक्रमित व्यक्ति के खांसने या छींकने से यह बैक्टीरिया हवा में पैâलकर स्वस्थ व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकता है। हालांकि, यह बीमारी छूने से नहीं पैâलती है लेकिन ज्यादा समय तक रोगी के लगातार संपर्क में रहने से इस बीमारी के होने की संभावना बढ़ जाती है।

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