सामना संवाददाता / भोपाल
मुरैना के रहनेवाले पान सिंह तोमर का गांव वालों के साथ विवाद हुआ था, जिसके बाद वो डकैत बन गया था। उसके जीवन पर फिल्म भी बन चुकी है। अब एक बार फिर एमपी में `पान सिंह’ रिटर्न्स की घटना सामने आई है। तोमरों में जमकर ताड़…ताड़… से पूरा इलाका दहल उठा। बता दें कि मुरैना में जमीन विवाद में खूनी संघर्ष हुआ। यहां दो पक्षों में पहले लाठी चली, फिर गोली, जिससे ६ लाशें बिछ गईं। गोलीबारी में ६ लोगों की मौत हो गई, जबकि ३ की हालत गंभीर बताई जा रही है। मरने वालों में ३ महिला और ३ पुरुष हैं। घायलों और शवों को जिला अस्पताल पहुंचाया गया है। दोनों पक्षों के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है और ९ साल पहले एक मर्डर हो चुका है।
घटना मुरैना के सिहोनिया थाना इलाके की है। यहां लेपा गांव में शुक्रवार को दो पक्षों में भीषण गोलीबारी हुई। इसमें ६ लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। बताया जा रहा है कि शुक्रवार सुबह धीर सिंह और उसके परिजनों ने हथियारों के साथ गजेंद्र सिंह के घर पर हमला कर दिया। पूरी घटना मोबाइल कैमरे में कैद हो गई है, जिसमें दिख रहा है कि किस तरह कुछ लोग हाथ में राइफल लिए दनादन फायरिंग कर रहे हैं। दूसरी तरफ गोली लगते ही लोग जमीन पर गिर पड़ते हैं।
पुलिस बल की तैनाती
गांव में बड़ी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। चंबल संभाग का भारी पुलिस बल घटनास्थल पर पहुंच गया। मुरैना कलेक्टर भी मौके पर पहुंच गए। पुलिस अधीक्षक राय सिंह नरवरिया भी मौके पर मौजूद थे। मिली जानकारी के अनुसार, दोनों पक्षों के बीच २०१४ में भी खूनी संघर्ष हुआ था, तब एक शख्स की मौत हो गई थी। इसके बाद दोनों पक्षों में पुरानी दुश्मनी और ज्यादा बढ़ गई थी।
इनकी हुई मौत
फायरिंग में लेस कुमारी पत्नी वीरेंद्र सिंह, बबली पत्नी नरेंद्र सिंह तोमर, मधु कुमारी पत्नी सुनील तोमर, गजेंद्र सिंह पुत्र बदलू सिंह, सत्य प्रकाश पुत्र गजेंद्र सिंह व संजू पुत्र गजेंद्र सिंह हैं। घायलों में विनोद सिंह पुत्र सुरेश सिंह तोमर और वीरेंद्र पुत्र गजेंद्र सिंह शामिल हैं।
२०१४ में भी हुई थीं ३ हत्याएं
लेपा गांव के रंजीत तोमर और राधे तोमर के बीच जमीन को लेकर विवाद चल रहा था। २०१४ में रंजीत तोमर के पक्ष ने राधे तोमर के परिवार के तीन लोगों की हत्या कर दी थी। इसके बाद रंजीत का परिवार गांव छोड़कर चला गया था। कुछ दिन पहले ही वह गांव में लौटा तो बदला लेने की नीयत से हमला किया।
पास ही है डकैत पान सिंह तोमर का गांव
लेपा गांव के पास ही भिड़ोसा गांव है। डकैत पान सिंह तोमर भिड़ोसा गांव का ही था, जिसके ऊपर फिल्म भी बन चुकी है। पान सिंह तोमर का विवाद भी जमीन को लेकर गांव के लोगों के साथ हुआ था और वह डकैत बना था। खास बात यह है कि दोनों ही गांवों को जोड़कर यानी लेपा-भिड़ोसा के नाम से जाना जाता है।
नेताओं ने मीडिया से किया किनारा
पोरसा तहसील में हत्याकांड को लेकर कृषि मंत्री से मीडिया प्रश्न पूछना चाहती थी लेकिन मीडिया के सवालों का जवाब न देते हुए वे अपने वाहन में बैठकर चले गए। उन्होंने मीडिया के किसी भी सवाल का जवाब नहीं दिया।