पंकज तिवारी
कई मौतों के बावजूद सुधर नहीं रही स्वास्थ्य व्यवस्था
प्रवेश द्वार के बाहर तक लगती है मरीजों की कतार
रोजाना इलाज के लिए आते हैं हजारों मरीज
ठाणे महानगरपालिका द्वारा संचालित कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल का हाल बेहाल हो गया है। कुछ महीने पहले इसी अस्पताल में एक ही दिन में कई मरीजों की मौत होने से अस्पताल प्रशासन चर्चा में था, जिसे ध्यान में रखकर मनपा प्रशासन ने अस्पताल में फेरबदल किए थे, लेकिन इसका कुछ खास असर देखने को नहीं मिला। इस अस्पताल की व्यवस्था का अंदाजा इसी से लगाया जा सकता है कि पिछले सोमवार को बाह्य रोगी विभाग (ओपीडी) में जांच के लिए आए मरीजों की कतार अस्पताल के प्रवेश द्वार के बाहर तक चली गई थी। बाह्य रोगी विभाग में प्रतिदिन लगभग २,००० मरीज आते हैं, लेकिन सोमवार को २,८०० मरीज जांच के लिए आए थे। ये आंकड़े साफ जाहिर कर रहे हैं कि ठाणे जिले में स्वास्थ्य व्यवस्था में कमी के कारण मरीजों को समस्या का सामना करना पड़ रहा है।
अस्पताल पर बढ़ रहा है मरीजों का बोझ
कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल में ठाणे शहर के अलावा पूरे जिले से लोग इलाज के लिए आते हैं। इस अस्पताल की स्वास्थ्य सुविधाओं और साफ-सफाई को लेकर नागरिकों की ओर से कई बार शिकायतें की जा चुकी हैं। इस पर संज्ञान लेते हुए ठाणे मनपा आयुक्त अभिजीत बांगर ने अस्पताल का ठेकेदार बदल दिया और सफाई व्यवस्था में बदलाव किया था, साथ ही उन्होंने इस बात पर भी फोकस किया कि अस्पताल में गुणवत्तापूर्ण स्वास्थ्य देखभाल सुविधाएं वैâसे मिलें? इस अस्पताल में डॉक्टरों और कर्मचारियों की भर्ती के अलावा, अस्पताल में बिस्तरों की क्षमता ५०० से बढ़ाकर १,००० करने के लिए कदम उठाए गए हैं।
हजारों की संख्या में आते हैं मरीज
कलवा के छत्रपति शिवाजी महाराज अस्पताल के बाह्य रोगी वॉर्ड में हर दिन लगभग १,५०० मरीज जांच के लिए आते थे। लेकिन पिछले कुछ महीनों से मरीजों की संख्या बढ़ी है जो बढ़कर प्रतिदिन करीब दो हजार तक पहुंच गई है। जिससे सोमवार को मरीजों की लंबी कतारें लगी रहती हैं। स्वास्थ्य विभाग के उपायुक्त उमेश बिरारी के अनुसार, शुक्रवार को महाशिवरात्रि और फिर रविवार को अवकाश होने के कारण ओपीडी विभाग बंद था। सोमवार को मरीजों की संख्या बढ़कर २,८०० तक पहुंच गई, जिसके कारण अस्पताल के मुख्य द्वार के बाहर सड़क पर मरीजों की कतार लग गई थी। बिरारी ने आगे बताया कि आए हुए मरीजों का उत्तम प्रकार से इलाज किया गया और किसी को भी परेशानी का का सामना नहीं करना पड़ा।
बेहतरीन उपाय करने की जरूरत
कुछ महीने पहले इस अस्पताल में एक ही दिन में २३ मरीजों ने अपनी जान गवां दी थी। इससे कलवा अस्पताल की बदनामी हुई थी। बदनामी के बाद जागे मनपा प्रशासन ने उपाय योजना तो की लेकिन कलवा अस्पताल में कुछ बदलाव नहीं किए गए इसलिए मनपा प्रशासन को बेहतरीन उपाय योजना कर अस्पताल का हाल बदलना चाहिए।
चेतन नेटके, ठाणे
प्राथमिक सुविधाओं को सुधारने की जरूरत
स्वास्थ्य सेवा आम जनता की प्राथमिक सुविधाओं में से एक है। यदि इन्हीं सुविधाओं की कमी के चलते आम जनता को परेशानी उठानी पड़े तो प्रशासन की क्या जरूरत है? इसलिए ठाणे मनपा प्रशासन को प्राथमिक सुविधाओं को सुधारने की कोशिश करनी चाहिए।
राहुल गुप्ता, ठाणे
मनपा प्रशासन का ढीला है कामकाज
पिछले कुछ महीनों में ठाणे मनपा द्वारा संचालित कलवा अस्पताल की चरमराई स्वास्थ्य व्यवस्था के कारण मरीजों को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। यदि इसे समय रहते सुधारा गया होता तो आम जनता और मरीजों को स्वास्थ्य संबंधित समस्याओं का सामना नहीं करना पड़ता। कुल मिलाकर ठाणे मनपा को अपने ढीले कामकाज को बेहतर बनाने की आवश्यकता हैं।
अजिंक्य मिश्रा, ठाणे
केवल मनपा की लापरवाही
कलवा अस्पताल का जो बुरा हाल हुआ है वह सिर्फ और सिर्फ मनपा की लापरवाहियों का नतीजा है। यदि मनपा ने वक्त रहते उचित उपाय योजना की होती तो आज अस्पताल की स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतर होती है। मनपा अब भी अपनी लापरवाहियों पर लगाम लगाए तो स्वास्थ्य व्यवस्था बेहतरीन हो सकती है।
सैम मुखर्जी, ठाणे