मंगलसूत्र और मुस्लिमों पर बयानबाजी से करा चुके हैं किरकिरी
संतोष तिवारी
देश में चुनावी माहौल चरम पर है। सभी राजनीतिक पार्टियां मतदाताओें को लुभाने के लिए जमकर प्रचार कर रही हैं। प्रचार के दौरान नेताओं द्वारा दिए जा रहे भाषण भी चर्चा का विषय बन रहे हैं। इसी कड़ी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा हाल ही में कुछ ऐसे बयान दिए गए, जो कि न केवल चर्चा में हैं बल्कि उस पर राजनीति भी जमकर हो रही है। पीएम मोदी ने हाल में एक चुनावी रैली के दौरान कहा कि कांग्रेस सत्ता में आई तो महिलाओं का मंगलसूत्र तक नहीं बचेगा। वह मां-बहनों के गोल्ड का हिसाब करेगी। मोदी ने इस बयान को कांग्रेस के मेनिफेस्टो से भी जोड़ा था। पीएम के इस बयान के बाद से हंगामा मचा हुआ है। कांग्रेस भाजपा पर हमलावर है। कांग्रेस का कहना है कि पीएम नरेंद्र मोदी अपना एजेंडा सेट करने के लिए न केवल झूठ बोल रहे हैं बल्कि लोगों को गुमराह भी कर रहे हैं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खडगे ने तो पीएम से मिलने के लिए समय मांगा, ताकि कांग्रेस के मेनिफेस्टो को अच्छी तरह से समझा सके। अब एक बार फिर से पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में विपक्ष पर तुष्टिकरण का आरोप लगाया है, लेकिन उनके इस भाषण को लेकर जनता ने उन्हें आईना दिखाया है।
बयान को गलत ढंग से किया पेश
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एक और बयान को लेकर हंगामा मचा हुआ है, जब उन्होंने राजस्थान में एक चुनावी जनसभा के दौरान पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बयान का जिक्र करते हुए कहा कि पहले जब इनकी सरकार थी, तब उन्होंने कहा था कि देश की संपत्ति पर पहला हक मुसलमानों का है। इसका मतलब ये संपत्ति इकट्ठा करके किसको बांटेंगे? जिनके ज्यादा बच्चे हैं, उनको बांटेंगे। घुसपैठियों को बांटेंगे। क्या आपकी मेहनत का पैसा घुसपैठियों को दिया जाएगा? आपको मंजूर है ये?
क्या कहा था पूर्व पीएम ने?
इस बयान के बाद कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी दलों ने भी पीएम मोदी की आलोचना की। पैâक्ट चेकिंग में पता चला कि पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के भाषण को प्रधानमंत्री मोदी ने गलत संदर्भ में लिया। इस बयान को पूर्व पीएम मनमोहन सिंह ने ९ दिसंबर २००६ को नई दिल्ली में राष्ट्रीय विकास परिषद की ५२वीं बैठक में दिया था। पूर्व पीएम का भाषण ११वीं पंचवर्षीय योजना के अप्रोच पेपर के बारे में था। इसका टाइटल ‘टुवर्ड्स फास्टर एंड मोर इंक्लूसिव ग्रोथ’ था। पूर्व पीएम ने कहा था कि हमें यह सुनिश्चित करने के लिए नई योजनाएं बनानी होंगी कि अल्पसंख्यकों, विशेष रूप से मुस्लिम अल्पसंख्यकों को विकास के लाभों में समान रूप से अधिकार मिले। संसाधनों पर पहला हक उनका होना चाहिए। केंद्र के पास अनगिनत अन्य जिम्मेदारियां हैं।
पीएम की आलोचना
कई नेताओं ने पीएम मोदी के इस बयान को लेकर नाराजगी प्रकट की और कहा कि जिस तरह से मोदी पूर्व पीएम मनमोहन सिंह के बयान को तोड़-मरोड़कर गलत ढंग से पेश किए, वह न केवल निंदनीय है, बल्कि प्रधानमंत्री जैसे पद की गरिमा को नीचे गिराने की कोशिश करता है।
भाजपा के प्रति जनता में असंतोष
अब एक बार फिर से पीएम मोदी ने अपने एक भाषण में विपक्ष पर तुष्टीकरण का आरोप लगाया है। उन्होंने विपक्ष पर तुष्टिकरण करने और देश के टुकड़े-टुकड़े करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हमारे देश ने तुष्टिकरण की राजनीति बहुत देखी है, इसने देश को टुकड़ोें-टुकड़ोें में बांट दिया है, इसने सच्चे और ईमानदार के हक को डूबोया है। इसलिए मोदी तुष्टीकरण को समाप्त करके संतुष्टिकरण की ओर आगे बढ़ रहा है। लेकिन उनके इस भाषण को लेकर जनता ने उन्हें आईना दिखाया है। जनता का कहना है कि तुष्टिकरण और देश के टुकड़े-टुकड़े करने का काम तो खुद भाजपा ही कर रही है।
भाजपा कर रही है तुष्टिकरण की राजनीति
भाजपा कभी भी तुष्टिकरण की राजनीति नहीं छोड़ेगी। दो समुदायों को आपस में लड़ाकर अपना वोट बढ़ाना मानों ऐसा है जैसे कि शेर के मुंह में खून का लग जाना। इन राजनीतिज्ञ लोगों को जाति और धर्म का खून मुंह में लग चुका है। सत्ता के भूखे नेता इसे कभी खत्म नहीं होने देंगे, सबको सत्ता चाहिए, चाहे कोई भी बाजी चलनी पड़े। सता के लिए चुनी हुई सरकारें गिरा दी जाती हैं। तो ये तुष्टिकरण कौन सी बड़ी बात है। बड़ी-बड़ी बातें हैं, बाद में राजनीतिक जुमले बता कर जनता को भुला दिया जाएगा।
अनिल शर्मा, मानसरोवर, भिवंडी
जनता से मत लीजिए
क्या मोदी जी तुष्टिकरण नहीं कर रहे हैं? क्या मोदी जी भारत की अखंडता के लिए सभी को साथ रख पाए? अगर आप एक उंगली उठाते हो तो तीन आप पर भी उठती है। मोदी जी शब्दों के माया जाल में न उलझाएं, वे विकास और महंगाई पर बोलें। न तो भटकें और न ही भटकाने का प्रयास करें। भारत विविधता में एकता वाला देश है। जनता विकास और रोजगार मांगती है, वो दीजिए और जनता का मत लीजिए।
ध्रुव मिश्रा, सीए, मुंबई
जनता में असंतुष्टि का माहौल
देश की जनता भाजपा के प्रधानमंत्री मोदी के काम से कितना संतुष्ट है, ये तो ४ जून को दुनिया को मालूम पड़ जाएगा। मोदी सरकार ने भारत के युवाओं का भविष्य बर्बाद कर दिया है। गरीबों को राशन की आदत डाल कर देश को गिरवी रखने की नौबत ला दी है। उनके जुमलों से देश की जनता में असंतुष्टिकरण का माहौल है।
जोसेफ शांतिमानो, मुंबई सचिव, राकांपा (शरदचंद्र पवार)
देश को बांट रही भाजपा
प्रधानमंत्री मोदी जिस तुष्टिकरण और टुकड़े-टुकड़े करने की बात कर रहे हैं, लेकिन धर्म के नाम पर देश को टुकड़े-टुकड़े करने का काम खुद भाजपा कर रही है। पिछले १० सालों के अंदर हिंदू और मुस्लिम के नाम पर नफरत पैâलाने का काम तो इन्हीं लोगों का है। रहा सवाल ईमानदारी का तो दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व मनीष सिसोदिया जैसे ईमानदार नेताओं को बेईमान बता कर उन्हें जेल में डाल दिया गया।
साजिद खान, गोवंडी