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पंडाल की परेशानी! … मंडप बनाने के लिए देना होगा शुल्क

•  मनपा ने जारी किया दिशानिर्देश
सामना संवाददाता / ठाणे
महाराष्ट्र का पवित्र गणेशोत्सव आनेवाला है। ठाणे महानगर पालिका ने पंडाल के निर्माण के लिए तैयार किया है। मनपा के अनुसार पंडाल अर्थात मंडप के निर्माण की अनुमति प्राप्त करने के लिए ऑनलाइन और ऑफलाइन दोनों प्रकार की सेवाएं प्रदान की जाएगी। लेकिन, पंडाल के निर्माण के लिए मंडलों को आवश्यक शुल्क का भुगतान करना होगा। हालांकि, वैश्विक कोरोना महामारी के चलते मनपा प्रशासन की तरफ से पिछले दो वर्षों से मंडप निर्माण शुल्क नहीं लिया गया था।

बता दें कि मनपा के अनुसार गणेशोत्सव मंडलों को मंडप की अनुमति लेने के लिए प्रभाग समिति के चक्कर न लगाने पड़े, इसके लिए ठाणे मनपा प्रशासन एक पोर्टल लॉन्च करने जा रहा है। गणेशोत्सव मंडल इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। इस संबंध में जल्द ही गणेशोत्सव मंडल, पुलिस व्यवस्था, यातायात शाखा की संयुक्त बैठक होगी। गणेशोत्सव के दौरान लगाए जानेवाले मंडप, लाउडस्पीकर सहित विभिन्न अनुमतियां लेना अनिवार्य है। महानगर पालिका ऑनलाइन के अलावा ऑफलाइन माध्यम से भी आवेदन स्वीकार करेगी। इसके लिए मनपा प्रशासन की ओर से जल्द ही पोर्टल सेवा शुरू की जायेगी। गणेशोत्सव मंडल इस पोर्टल के माध्यम से ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। मंडप के लिए ऑनलाइन या ऑफलाइन आवेदन करने के बाद प्रभाग समिति के निर्माण विभाग के कार्यकारी अभियंताओं द्वारा मंडप के आकार का निरीक्षण किया जाएगा, जिसके बाद आवेदन को आगे की प्रक्रिया के लिए भेजा जाएगा। मंडप निर्माण हेतु मंडल को ट्रैफिक और पुलिस क्लीयरेंस भी ऑनलाइन दिया जाएगा।

बैठक में हो सकता है मंडलों का विरोध
इस बीच पिछले दो वर्षों में कोरोना काल में मंडलों को मंडप निर्माण शुल्क में छूट दी गयी और ये शुल्क माफ कर दिये गये थे। लेकिन अब कोरोना नहीं है इसलिए इस साल महानगर पालिका ने मंडप के लिए फीस वसूलेंगी। हालांकि मंडलों के आगामी बैठक में इसका विरोध होने की उम्मीद जताई जा रही है।

अधिक मंडलों ने ली थी अनुमति!
ठाणे महानगर पालिका ने पिछले साल ऑनलाइन और ऑफलाइन मंडल रजिस्ट्रेशन की सुविधा निःशुल्क उपलब्ध कराई थी। जिसके कारण मनपा के इस अभियान को मंडलों की तरफ से अच्छा रिस्पांस मिला था। पिछले वर्ष २४७ मंडलों ने रजिस्ट्रेशन कराया था और इसमें करीब ९४ मंडलों को अनुमति दी गई थी।

फीस ऑफलाइन से नई पेंच
मुंबई में हर साल गणेशोत्सव बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। इस साल भी गणेशोत्सव मंडलों की तरफ से इसे धूमधाम से मनाने की जोरदार तैयारी चल रही है। गणेशोत्सव के त्यौहार के लिए सिर्फ डेढ़ महीने बचे हैं लेकिन मनपा की तरफ से अभी तक इसके लिए तैयारी पूरी नहीं की गई है। ऐसे में मनपा ने अन्य कई शर्ते रखी हैं, शुल्क के लिए ऑफलाइन की व्यवस्था तो चिकनी मिट्टी के गणपति के लिए मूर्तिकारों को अनुमति आदि जारी नहीं होने से गणेश मंडलों के लिए पेंच बढ़ सकता है।

बुलाई गई संयुक्त बैठक
मंडप बनाने से लेकर आकर्षक डेकोरेशन, लाइटिंग, ऐसे सारे काम करने पड़ते हैं। जिसके लिए समय से पहले आवश्यक सारी प्रक्रिया पूर्ण करनी पड़ती है। संबंधित विभागों से अनुमति प्राप्त करनी पड़ती है। बहुत सारे मंडप सड़क के किनारे होने के कारण यातायात और राहगीरों के आने जाने की सुविधा का ध्यान भी करना पड़ता है। इसी कारण मंडप को समय से पहले बनाना पड़ता हैं। इसी पार्श्वभूमी पर मनपा के एन वार्ड ऑफिस में मनपा प्रशासन और गणेशोत्सव समिति की संयुक्त बैठक बुलाई गई थी। इस बैठक के दौरान समिति के पदाधिकारियों द्वारा मंडप की समस्याओं का विवरण प्रस्तुत किया गया। इस साल भी एक हजार रुपए की अनामत रक्कम जमा करने की सख्ती को रद्द किया जाए। पिछले साल की तुलना में कृत्रिम तालाब की संख्या बढ़ाई जाए। सिग्नल की समस्याओं को दूर किया जाए, ऐसी मांग गणेशोत्सव समिति के संयोजक एड. नरेश दहिबावकर ने की।

१३ अगस्त तक सड़क पर के खड्डे भरे जाएं
बहुत सारे गणपति मंडल के एक से डेढ़ महीने पहले से ही मूर्ति लाकर बैठा देते है इसलिए सड़क पर हुए खड्डों को १३ अगस्त से पहले ही भरे जाए। ऐसी मांग इस वक्त समिति द्वारा की गई। घाटकोपर स्टेशन के आसपास के परिसर में कुल मिलाकर २२ स्पीड ब्रेकर है उनको भी दुरुस्त किया जाए और आसपास के परिसर में कलर का काम पूरा किया जाए।
सस्ते दर पर दी जाए बिजली
पिछले साल अडानी की तरफ से डेढ़ से दो हजार ली गई डिपॉजिट रक्कम तुरंत वापस की जाए और सस्ती दर पर बिजली दी जाए। ऐसी मांग समन्वय समिति की तरफ से की गई। साथ ही सड़क किनारे के खतरनाक वृक्षों की छटनी की जाए , फुटपाथ की दुरुस्ती की जाए और गणपति के आवागमन के रास्ते पर के पार्किंग किए हुए वाहनों को तुरंत हटाया जाए ऐसा मांग भी समिति ने की।

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