– हमालों की रोजी-रोटी पर पड़ रहा है असर
सामना सवांददाता / कल्याण
मध्य रेलवे के कल्याण पार्सल कार्यालय में पिछले डेढ़ महीने से कामकाज ठप पड़ा हुआ है। अब इसे ३१ दिसंबर तक बंद रखने के आदेश जारी किए गए हैं। इस निर्णय से यात्रियों और निजी हमालों की परेशानियां लगातार बढ़ती जा रही हैं। जहां यात्रियों को अपना सामान भेजने के लिए वैकल्पिक साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, वहीं पार्सल में काम करने वाले हमालों की रोजी-रोटी पूरी तरह बंद हो गई है।
मिली जानकारी के अनुसार, कल्याण, ठाणे और पनवेल पार्सल कार्यालयों में २८ अक्टूबर से बुकिंग बंद है। शुरुआत में इसे १८ नवंबर तक बंद रखने का आदेश था, जिसे बाद में २५ नवंबर तक बढ़ाया गया और अब इसे ३१ दिसंबर तक बंद रखने के निर्देश दिए गए हैं। इस लंबे बंद के कारण रेलवे की आय में भी भारी गिरावट आई है।
बता दें कि कल्याण पार्सल कार्यालय से प्रतिदिन २५ से अधिक मोटरसाइकिलें, दवाइयां और यात्रियों का लगेज बुक किया जाता था। सेवा बंद होने के कारण यात्रियों को अपने सामान की बुकिंग के लिए दूसरे साधनों का सहारा लेना पड़ रहा है, जो अधिक महंगे हैं। यह स्थिति यात्रियों के लिए बड़ी परेशानी का कारण बन रही है। वहीं एक हमाल का कहना है कि हमारे पास जीविका का कोई दूसरा साधन नहीं है, जिससे हमारा जीवन चलाना मुश्किल हो रहा है। सरकार और रेलवे हमारी समस्याओं को अनदेखा कर रहे हैं।
रेलवे प्रशासन की उदासीनता
कल्याण पार्सल कार्यालय के एक अधिकारी ने बताया कि यह निर्णय मंडल कार्यालय के निर्देशों के तहत लिया गया है। बंद का कारण स्पष्ट नहीं है, लेकिन अधिकारियों का कहना है कि बुकिंग सेवा ३१ दिसंबर के बाद ही बहाल हो पाएगी।
स्थानीय निवासियों और व्यापारियों में नाराजगी
स्थानीय नागरिकों और व्यापारियों ने इस निर्णय पर नाराजगी व्यक्त की है। उनका कहना है कि पार्सल सेवा बंद होने से छोटे व्यापारियों को बड़ा नुकसान हो रहा है, जो अपने सामान की डिलिवरी के लिए रेलवे पर निर्भर रहते हैं। यह स्थिति न केवल यात्रियों और हमालों, बल्कि व्यापारियों के लिए भी परेशानी का कारण बन रही है। रेलवे प्रशासन को इस मुद्दे पर तुरंत ध्यान देकर पार्सल सेवा बहाल करनी चाहिए, ताकि आम जनता को राहत मिल सके।