सामना संवाददाता / मुंबई
मोदी-शाह की भाजपा की गंदी साजिशों के कारण कल महाराष्ट्र में एक बार फिर से राजनीतिक भूकंप आया हुआ है। प्रतिपक्ष के नेता अजीत पवार ने राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी से बगावत करके शिंदे सरकार में उपमुख्यमंत्री बन गए। उसके बाद राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद पवार ने नए जोश के साथ अपना काम शुरू कर दिया है। कल यशवंतराव चव्हाण की समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की और उन्होंने कहा कि वह फिर से पूरी पार्टी खड़ा करेंगे।
राष्ट्रवादी कांग्रेस में हुई बगावत के बाद से शरद पवार ने जोरदार शक्ति प्रदर्शन करना शुरू कर दिया है। शरद पवार यह कल यशवंतराव चव्हाण की समाधि स्थल पर जाकर श्रद्धांजलि अर्पित की। कराड में शरद पवार के दाखिल होते ही भारी संख्या में राकांपा कार्यकर्ताओं ने उनका जोरदार स्वागत किया। इस मौके पर शरद पवार ने भारी बारिश के बावजूद आने के लिए कार्यकर्ताओं को धन्यवाद दिया और कहा कि चव्हाण साहेब, शाहू, फूले, आंबेडकर के महाराष्ट्र को धक्का देने का प्रयत्न किया गया है। इसके पीछे की भूमिका सांप्रदायिक विचारधारा को आगे लाने और इसके मार्फत देश पर शासन करने की है। महाराष्ट्र में भी उथल-पुथल करने की भूमिका के पीछे सांप्रदायिक प्रवृत्ति वाले लोग ही हैं, दुर्भाग्य से उन्हें सफलता मिली है। लोकतंत्र का जतन करना आवश्यक है। महाराष्ट्र की सामूहिक शक्ति मजबूत किए बिना जनता चुप नहीं रहेगी, ऐसा मुझे पूर्ण विश्वास है और महाराष्ट्र में उथल-पुथल करनेवाली शक्ति को उनकी जगह दिखाएं बिना जनता शांत नहीं बैठेगी।
बगावत हुई ठंडी! दादा की शपथ विधि में गए विधायक शरद पवार के साथ उनकी गाड़ी में दिखे
महाराष्ट्र की राजनीति में रविवार को बड़ा राजनीतिक भूकंप आया। अजीत पवार नेता प्रतिपक्ष का पद त्यागकर सत्ता पक्ष में शामिल हो गए। उन्होंने उपमुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। उनके साथ एनसीपी के ८ विधायकों ने भी मंत्री पद की शपथ ली। इसके बाद शिंदे गुट और भाजपा की ओर से दावा किया जा रहा है कि अजीत पवार को राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के ४० विधायकों का समर्थन प्राप्त है। अजीत पवार के इस कदम के बाद शरद पवार एक्शन मोड में आ गए हैं। नतीजतन, कल अजीत पवार की शपथ विधि के दौरान उनके साथ मौजूद रहे कई विधायक आज शरद पवार की गाड़ी में दिखाई दिए। २४ घंटे में बदले इस सियासी घटनाक्रम के बाद राजनीतिक गलियारे में चर्चाओं का बाजार गर्म हो गया है।
अजीत पवार की शपथ विधि में उपस्थित रहनेवाले राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी के विधायक मकरंद पाटील, शशिकांत शिंदे और जुन्नर के विधायक अतुल बेनके कल शरद पवार की गाड़ी में बैठे दिखाई दिए। इसी तरह अमोल कोल्हे के यू-टर्न की चर्चा भी कल चलती रही। यानी उक्त सभी विधायक शरद पवार के साथ हैं, यह स्पष्ट दिखाई दे रहा है। इन विधायकों के शरद पवार खेमे में लौटने के बाद से यह सवाल उठने लगा है कि आखिर अजीत पवार के साथ कितने विधायक हैं? भाजपा और शिंदे गुट द्वारा अजीत पवार के साथ ४० विधायकों के होने के दावे में कोई दम नहीं दिखाई दे रहा हैै, ऐसी चर्चा के साथ-साथ दादा के साथ असल में कितने विधायक हैं, ऐसा सवाल भी लोग पूछने लगे हैं।