विधान परिषद के शपथ समारोह में बैठे रहे चुपचाप
कुछ दिनों पहले तक मिलते ही करते थे गलबहियां
सामना संवाददाता / पटना
कुछ दिनों पहले तक मिलते ही गलबहियां करनेवाले बिहार के दो कद्दावर नेता लालू प्रसाद और नीतिश कुमार के बीच बोलचाल बंद है। उनके बीच कट्टी हो गई है। कल इसका सार्वजनिक नजारा दिखा, जब दोनों विधान परिषद सदस्यों के शपथ ग्रहण में आमने-सामने आए।
बिहार में तीसरे चरण के लोकसभा चुनाव के लिए पांच सीटों पर कल हुई वोटिंग के बीच विधान परिषद के ११ नए सदस्यों ने शपथ ली जिसमें मुख्यमंत्री नीतिश कुमार, पूर्व सीएम राबड़ी देवी भी शामिल हैं। इस दौरान सबकी नजर लालू, राबड़ी और नीतिश की मुलाकात पर थी, लेकिन समारोह में दोनों पक्ष औपचारिक दुआ-सलाम पर सिमट गए। कुछ महीने पहले तक गलबहियां कर नेताओं में हाय-हैलो से बात आगे नहीं बढ़ी। नए सदस्यों की जो कुर्सी लगी थी, उसमें नीतिश और राबड़ी के बीच में अब्दुल बारी सिद्दिकी को बिठाया गया था। नीतिश, राबड़ी और सिद्दीकी के अलावा मंगल पांडे, संतोष कुमार सुमन, अनामिका सिंह, उर्मिला ठाकुर, खालिद अनवर, शशि यादव, लालमोहन गुप्ता और पैâसल अली ने भी शपथ ली। तेजस्वी को कुछ महीनों पहले तक अपना सब कुछ बता रहे नीतिश ने चुनावी रैलियों में लालू और राबड़ी के नौ बच्चों को लेकर बार-बार बयान दिया है कि कोई इतना बच्चा पैदा करता है क्या। खुद हटे तो बीवी को बना दिए। फिर बच्चा को आगे बढ़ा रहे हैं। लालू ने नीतिश पर लंबी चुप्पी के बाद दो दिन पहले कहा था कि अब वो नीतिश को कभी माफ नहीं करेंगे। नीतिश घर आ जाएंगे तो वो धन्यवाद कह देंगे। जब वो बीमार थे तो नीतिश अचानक चले आते थे और उनको जगाकर गले लग जाते थे। राजद अध्यक्ष ने बार-बार फिसलती नीतिश की जुबान को लेकर कहा कि उनको लगता है कि मुख्यमंत्री को कोई बीमारी हो गई है। हालांकि, खास बात ये है कि लालू और राबड़ी के छोटे बेटे तेजस्वी यादव बिहार में एनडीए के सबसे बड़े चुनावी चेहरे नीतिश पर हमलावर नहीं हैं।