सामना संवाददाता / मुंबई
मालवणी इलाके में गत दिनों हुए एक कार्यक्रम में मुस्लिम समाज के खिलाफ आपत्तिजनक टिप्पणी का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है। इस कार्यक्रम के आयोजक के खिलाफ पुलिस ने शिकायत दर्ज किया, जबकि आपत्तिजनक शब्द बोलनेवाले के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की। अब इस मामले में जमील मर्चेंट ने वहां कार्यक्रम में मौजूद एक विधायक के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के लिए सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की है।
एडवोकेट एजाज मकबूल के मार्फत सुप्रीम कोर्ट में दायर याचिका में कहा गया है कि इस माह 3 मार्च के दिन मालाड-पश्चिम मालवणी इलाके में एक कार्यक्रम आयोजित किया गया था, जिसमें भाजपा विधायक भी उपस्थित थे। कार्यक्रम के दौरान उन्होंने न केवल मुस्लिमों को निशाना बनाया बल्कि दो समुदायों के बीच नफरत फैलाने का काम भी किया। स्थानीय पुलिस स्टेशन में जमील मर्चेंट शिकायत दर्ज कराने पहुंचे लेकिन उनकी शिकायत दर्ज नहीं की गई। याचिका में पहले भी किए गए भड़काऊ भाषण का भी जिक्र किया है। मालवणी पुलिस स्टेशन में विधायक के खिलाफ शिकायत नहीं दर्ज करने पर जमील मर्चेंट ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया। याचिका में राज्य सरकार, मालवणी पुलिस स्टेशन और विधायक को पार्टी बनाया गया है। उल्लेखनीय है कि पुलिस ने कार्यक्रम के आयोजक के खिलाफ IPC की धारा 188 के तहत मामला दर्ज किया है।