उससे मिले ‘ऑपरेशन बुकलेट’ हुआ सनसनीखेज खुलासा
नागमणि पांडेय / मुंबई
‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) ने हिंदुस्थान को ‘इस्लामिक राष्ट्र’ बनाने का प्लान तैयार किया है। इस कार्य को अगले २५ वर्षों में अंजाम देने का टारगेट पीएफआई ने सेट कर रखा है। इस प्लान को ‘ऑपरेशन बुकलेट’ नाम दिया है। इस प्लान के अनुसार कब, क्या और किस काम को अंजाम देना है? इसकी विस्तृत जानकारी के साथ बुक तैयार की गई है, जिसका नाम ‘ऑपरेशन बुकलेट’ दिया है। इस खतरनाक साजिश को अंजाम दिया जाना है, उसे नाम दिया गया है- ‘३६५ डेज थ्रू ए थाउजेंड कट्स.’ यह खतरनाक दस्तावेज मुंबई में गिरफ्तार किए गए ‘पॉपुलर फ्रंट ऑफ इंडिया’ (पीएफआई) से जुड़े शख्स के पास से बरामद हुआ है, जिसका खुलासा महाराष्ट्र एटीएस ने चार्जशीट में किया है।
एटीएस ने चार्जशीट में ‘ऑपरेशन बुकलेट’ और ‘३६५ डेज थ्रू ए थाउजेंड कट्स’ का विस्तार से जिक्र करते हुए बताया है कि ये बुकलेट्स गुप्त रूप से डिस्ट्रिब्यूट किए जा रहे थे। इसका खुलासा गिरफ्तार किए गए आरोपी के मोबाइल फोन की जांच के बाद हुआ है। इसमें इस बात का जिक्र किया गया है कि वर्ष २०४७ तक हिंदुस्थान को इस्लामिक राष्ट्र बनाना है। यानी जब भारत की आजादी के १०० साल पूरे हों, तब भारत इस्लामिक राष्ट्र बन जाए। इसके लिए इस दस्तावेज में पूरी प्लानिंग दी गई है। इस दस्तावेज में भारतीय मुसलमानों का इतिहास, उनकी दयनीय स्थिति, अल्पसंख्यक होने की वजह से भेदभाव होने पर जवाबी तैयारी, अलग-अलग मुस्लिम संगठनों में आपसी मतभेद की समस्या, गुजरात के दंगे के बाद मुसलमानों पर होनेवाले अत्याचार का जिक्र करते हुए भारत को २०४७ तक इस्लामिक राष्ट्र बनाने के लिए अगले पांच-पांच सालों में कैसे चरणबद्ध तरीके से एक-एक मकसद को हासिल करते जाना है?
हिंदुत्ववादी नेताओं के मुंह बंद करने का प्लान
इस खतरनाक दस्तावेज में प्रवीण तोगड़िया, सुब्रह्मण्यम स्वामी, गिरिराज सिंह, योगी आदित्य नाथ, साध्वी निरंजन ज्योति, साध्वी प्राची, साक्षी महाराज जैसे नेता के बयानों पर आपत्ति उठाई गई है। दस्तावेज में आरोप लगाया गया है कि देश में लव जिहाद के खिलाफ मुहिम और घरवापसी का कार्यक्रम चलाकर लोगों को मुसलमानों के खिलाफ किया जा रहा है। इन सबसे निपटने के लिए २०४७ तक भारत को कैसे इस्लामिक राष्ट्र बनाने का विस्तार से जिक्र किया गया है।