मनोज श्रीवास्तव / लखनऊ
अयोध्या में सरयू एक्सप्रेस ट्रेन में महिला सिपाही पर दो लोगों ने जानलेवा हमला किया था। 17 दिन बाद महिला सिपाही ने ये जानकारी अपने अधिकारियों को दी है। बताया कि ट्रेन चलने के 10 मिनट बाद दो लोगों ने उस पर हमला किया था। वह उन दोनों को नहीं जानती है। यूपी एसटीएफ ने दोनों संदिग्धों के फुटेज भी जारी किए हैं। फुटेज मनकापुर रेलवे स्टेशन पर लगे सीसीटीवी का है। संदिग्धों में से एक दिव्यांग है। हमलावरों को पकड़ने के लिए एसटीएफ ने अब लोगों से मदद मांगी है। आरोपियों की सूचना देने वाले को 1 लाख रुपए का इनाम देने का ऐलान किया गया है। सूचना देने वालों की पहचान भी गुप्त रखी जाएगी।
एसटीएफ ने सूचना देने के लिए तीन मोबाइल नंबर भी जारी किए हैं। इनमें एसटीएफ एडिशनल एसपी 9454401210, डिप्टी एसपी 9454401828, जांच अधिकारी 9454402257 के मोबाइल नंबर पर सूचना दी जा सकती है। बता दें कि 30 अगस्त को सरयू एक्सप्रेस में खून से लथपथ महिला सिपाही सीट के नीचे मिली थी। इस मामले में एसटीएफ ने दो संदिग्धों की तस्वीर जारी की है। इनकी पहचान बताने वालों को एक लाख का इनाम दिया जाएगा।
30 अगस्त को गोंडा के मनकापुर स्टेशन से ट्रेन चलने के 10 से 15 मिनट बाद महिला कॉन्स्टेबल पर अज्ञात लोगों ने जानलेवा हमला किया था। महिला खून से लथपथ ट्रेन की सीट के नीचे मिली थी। उसके कपड़े अस्त-व्यस्त थे। सीट के नीचे खून पड़ा था, चेहरे से खून रिस रहा था। इसके बाद उसे आनन-फानन में अस्पताल में भर्ती कराया गया। 6 दिन बाद लखनऊ में मेडिकल कॉलेज के डॉक्टरों ने ऑपरेशन कर महिला कॉन्स्टेबल को तो बचा लिया, लेकिन अभी वह ज्यादा कुछ बोलने की स्थिति में नहीं है। लखनऊ केजीएमसी ट्रॉमा सेंटर में अभी भी महिला भर्ती है। हालांकि, अब उसने अफसर को बताया कि 2 लोगों ने उस पर हमला किया था। मगर, सिर में चोट लगने की वजह से महिला कॉन्स्टेबल पूरी घटना नहीं बता पा रही है।
महिला सिपाही का केजीएमयू में इलाज चल रहा है। उसके चेहरे पर 15 से ज्यादा टांके लगाए गए हैं। महिला कॉन्स्टेबल का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद इलाहाबाद हाईकोर्ट ने खुद इस मामले पर स्वत: संज्ञान लिया। हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस प्रीतिंकर दिवाकर ने रविवार रात 9 बजे स्पेशल बेंच गठित की और अपने सरकारी आवास पर मामले की सुनवाई की। बेंच ने घटना पर नाराजगी जताते हुए उत्तर प्रदेश सरकार से जवाब मांगा। इसके बाद सोमवार दोपहर फिर सुनवाई हुई। बेंच ने राज्य सरकार और रेलवे से जवाब मांगा। कोर्ट ने पूछा-घायल महिला सिपाही केस में अब तक क्या एक्शन हुआ, इस पर एसपी रेलवे ने जानकारी दी। कोर्ट ने ट्रेन में सुरक्षा इंतजाम की जानकारी मांगी। पूछा- जीआरपी और आरपीएफ उस समय कहां थी? हाईकोर्ट वर्तमान में चल रही जांच से संतुष्ट है। कोर्ट में शासकीय अधिवक्ता एके संड भी मौजूद रहे।
सोमवार को घायल महिला सिपाही का हाल जानने एसीएस होम, डीजीपी और स्पेशल डीजी लॉ एंड ऑर्डर केजीएमयू पहुंचे थे। डीजी लॉ एंड ऑर्डर प्रशांत कुमार ने कहा, “घायल महिला सिपाही की स्थिति सामान्य होने पर उनका बयान लिया जाएगा। फॉरेंसिक और अब तक की जांच में महिला सिपाही से यौन अपराध की पुष्टि नहीं हुई है। हाईकोर्ट को अब तक हुई कार्यवाही के बारे में जानकारी दी गई है।”
महिला की पोस्टिंग सुलतानपुर में है। सावन मेले में उसकी ड्यूटी अयोध्या के हनुमानगढ़ी में सुबह 3 बजे से शाम 5:40 बजे तक लगाई गई थी। 29 अगस्त को वह दोपहर सुलतानपुर से अयोध्या के लिए सरयू एक्सप्रेस से निकली थी। ट्रेन रात करीब 11 बजे अयोध्या पहुंची। 30 अगस्त को सुबह 4:15 बजे अयोध्या से आगे मनकापुर में वह घायल अवस्था में मिली।