राजेश जायसवाल / मुंबई
१०० साल से अधिक पुराने ऐतिहासिक सायन पुल को तोड़ने का काम शुरू हो चुका है। यह पुल ब्रिटिश काल में बनाया गया था और जो वित्तीय राजधानी के प्रमुख स्थलों में से एक था, जिसे अब ध्वस्त किया जा रहा है। हाल ही में केरल के वायनाड और बिहार में भारी बारिश के कारण पुल गिरने की घटनाओं के बाद सुरक्षा को ध्यान में रखकर ११२ साल पुराना यह पुल तोड़ा जा रहा है।
मिली जानकारी के अनुसार, १ अगस्त २०२४ से ३१ जुलाई २०२६ तक सायन रोड ओवर ब्रिज को यातायात के लिए अस्थाई रूप से बंद कर दिया गया है। केंद्रीय रेलवे और बृहन्मुंबई महानगरपालिका के समन्वय से पुराने पुल को तोड़कर उसकी जगह एक नया आधुनिक पुल बनाया जाएगा।
सायन पुल के ध्वस्तीकरण और पुनर्निर्माण के दौरान नई ट्रैफिक व्यवस्था के तहत, माटुंगा ट्रैफिक डिविजन और डॉ. बीए रोड से पश्चिम की ओर सायन ओवरब्रिज के माध्यम से एलबीएस रोड या संत रोहिदास रोड की ओर जाने वाले वाहन और कुर्ला ट्रैफिक डिविजन से एलबीएस रोड या संत रोहिदास रोड की ओर पूर्व की ओर सायन ओवरब्रिज के माध्यम से डॉ. बीए रोड की ओर जाने वाले यातायात को डायवर्ट किया गया है। यह डायवर्जन ३१ जुलाई २०२६ तक प्रभावी रहेगा। सायन पुल पर यातायात बंद किए जाने के बाद भयंकर जाम देखने को मिल रहा है। जानकारी न होने वाले वाहन चालक विपरीत दिशा में चलते नजर आ रहे हैं।