- वंदावन में एक युवक हुआ बेहोश
सामना संवाददाता / लखनऊ
होली हिंदुस्थान का पवित्र एवं खुशियों वाला त्योहार है। होलाष्टक से लोग होली की तैयारी एवं इसकी खुशियों में डूब जाते हैं। हर तरफ रंग व मिठाइयों की खरीदारी होने लगती है। होली से चार दिन पहले पड़ने वाली एकादशी को रंगभरी एकादशी कहते हैं। इस एकादशी को वाराणसी, मथुरा-वृंदावन में हर्षोल्लास से मनाया जाता है। इस दिन वाराणसी में भस्म की होली खेली जाती है तो मथुरा-वृंदावन में लठमार होली खेली जाती है, जिसमें महिलाएं प्रेम में पगी लाठियां पुरुषों पर बरसाती हैं। लेकिन इन खुशी की लाठियों के बीच यूपी पुलिस की बर्बरता की खबर सामने आई। जब वाराणसी और वृंदावन के लोग खुशियां मना रहे थे, उसी बीच पुलिसवालों ने लाठियां बरसाकर रंग में भंग डाल दिया।
बता दें कि श्रीकृष्ण की नगरी मथुरा के वृंदावन में रंगभरी एकादशी के दिन श्रद्धालुओं का जमावड़ा देखने को मिला। साथ ही वृंदावन की पंचकोशी परिक्रमा में कल लाखों श्रद्धालुओं ने परिक्रमा लगाई और पुण्य कमाया। लेकिन सुरक्षा व्यवस्था की बात की जाए तो सुरक्षा व्यवस्थाएं चरमराई हुई दिखाई प़ड़ीं। प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्था में दाग लग गया। पुलिस द्वारा दो युवकों के साथ परिक्रमा मार्ग के समीप मारपीट की गई, इसमें एक युवक बेहोश भी हो गया।
प्रशासन द्वारा सुरक्षा व्यवस्था के पुख्ता इंतजाम किए गए थे लेकिन एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। यह वीडियो वृंदावन के पानी घाट का बताया जा रहा है। इस वीडियो में साफ दिखाई दे रहा है कि दो पुलिसकर्मी किस तरह से दो युवकों को बुरी तरह से पीट रहे हैं। यह वीडियो काफी चर्चा का विषय बना हुआ है, क्योंकि जहां एक तरफ प्रशासन द्वारा श्रद्धालुओं के ऊपर फूल और रंग बरसाकर उनका स्वागत किया जा रहा था। साथ ही दूसरी तरफ युवकों पर पुलिस द्वारा मारपीट भी की गई। इस बारे में अधिक जानकारी देते हुए वृंदावन कोतवाली प्रभारी विजय कुमार ने बताया कि मामला संज्ञान में आया है। फिलहाल, एफआईआर दर्ज कर ली गई है और पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
ब्रज में गोपियों ने खेली छड़ीमार होली
ब्रज के कोने-कोने में होली की धूम मची हुई है। शनिवार को भगवान बालकृष्ण की नगरी गोकुल में छड़ीमार होली खेली गई, जिसमें हुरियारिनों ने छड़ियां बरसाईं तो बालकृष्ण के स्वरूपों ने अपने डंडे से उनकी छड़ियों से बचाव किया। मंदिर प्रांगण से करीब १२ बजे पालकी में विराजमान होकर भगवान श्रीकृष्ण व बलराम ने भक्तों को दर्शन दिए। पालकी के साथ चल रही खुदा बक्स छोटे बाबूलाल शहनाई पार्टी के कलाकारों द्वारा प्रस्तुत रसिया व भजनों पर हुरियारे व हुरियारिनों ने जमकर नृत्य किया। नंद चौक पर पालकी के पहुंचते ही हुरियारिनों का जोश दोगना हो गया। यहां करीब आधे घंटे तक होली के गीतों पर हुरियारिनें जमकर झूमीं। गोकुल में आ रहा मजा क्या होली में, भरा गुलाल-अबीर कृष्ण की झोली में..आदि होली के गीतों पर श्रद्धालु जम कर झूमे।
काशी के महाश्मशान घाट पर चिता भस्म की होली
भूत भावन भगवान शंकर यानी श्री काशी विश्वनाथ के माता गौरा के आगमन के बाद काशीवासियों को होली खेलने की बाबा से अनुमति क्या मिली कि काशी रंगोत्सव में सराबोर हो गई। शनिवार को वर्षों पुरानी चिता भस्म की होली की परंपरा को निभाने काशीवासियों का हुजूम महाश्मशान मर्णिकर्णिका घाट पर उमड़ पड़ा। धधकती चिताओं के बीच चिता भस्म की होली खेली। ढोल-नगाड़े और डमरुओं के निनाद के बीच हजारों शिव भक्तों की टोलियां सुबह ११ बजे से महाश्मशान की ओर पहुंचने लगीं। शिव के गण यक्ष, गंधर्व, किन्नर, औघड़ सब महाश्मशान पर चिताओं की भस्म से होली खेलने पहुंचे। शिव-पार्वती के स्वरूप के साथ पहुंचे भोलेनाथ के गणों ने चिताओं की भस्म से होली खेलनी शुरू कर दी। मणिकर्णिका घाट पर चिता भस्म की होली के दौरान पुलिस की बर्बरता का वीडियो भी सामने आया। डमरू दल के युवक की पुलिस वालों द्वारा झंडे और लात-घूंसे से जमकर पिटाई की गई।