मुख्यपृष्ठनए समाचारपरिजनों को नहीं ढूंढ़ पाई पुलिस, अब शव गायब! ... सड़क हादसे...

परिजनों को नहीं ढूंढ़ पाई पुलिस, अब शव गायब! … सड़क हादसे में हुई थी युवक की मौत

 

बिहार पुलिस लापरवाही की रोज नई कहानी गढ़ रही है। ऐसी ही एक कहानी के कारण गया शहर का माहौल गरम है। हंगामा हो रहा है। डीजीपी आलोक राज का सख्त निर्देश सिर्फ बयान बनकर रह गया है। नतीजा यह है कि अब पुलिस एक ऐसी लाश ढूंढ़ रही है, जो पोस्टमार्टम के बाद उसके रिकॉर्ड से ही गायब हो गई।
बता दें कि पुलिस ने सड़क हादसे का शिकार स्कूटी और उसमें मरने वाले युवक का मोबाइल हाथ में रहते हुए भी परिजनों तक पहुंचने की जगह पोस्टमार्टम के बाद शव को एक होमगार्ड के हवाले कर दिया। होमगार्ड ने भी जिम्मेदारी लिए बगैर पोस्टमार्टम रूम में दिखे एक युवक के हवाले कर दिया। अब जब परिजनों को अपने जवान बेटे की मौत का पता चला है और हंगामा बढ़ा तो पुलिस पता लगा रही कि लाश का हुआ क्या?
मिली जानकारी के मुताबिक, जिले के परैया गया मार्ग में २७ सितंबर को सड़क दुर्घटना में युवक की हुई मौत के बाद परिजनों को मृतक की बॉडी नहीं मिलने का मसला अब जिले में गरमाने लगा है। वहीं गया पुलिस के संवेदनहीन रवैये से पीड़ित परिवार का सब्र का बांध टूटा तो मृतक के परिजनों व अन्य लोगों ने सड़कों पर उतर कर जिला पुलिस के विरोध में वैंâडिल मार्च का मन बना लिया।
इसके बाद पीड़ित परिवार और उनके मुहल्ले के लोग ने वैंâडिल मार्च की तैयारी कर रहे थे। इसकी भनक जिला प्रशासन व पुलिस प्रशासन को लग गई और आनन-फानन में सदर अनुमंडल पदाधिकारी किसलय श्रीवास्तव व टाउन एएसपी पीएन शाहू दलबल के साथ पीड़ित के घर करीमगंज पीड़ित के घर पहुंच गए। पीड़ित के परिजनों से मिलने पहुंचे अधिकारियों ने दो दिनों की समय की मांग की है। वहीं उन्होंने कहा कि मामले की जांच कर मृतक की बॉडी का पता किया जाएगा और साथ ही दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।

अन्य समाचार