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नहीं बचा सके राजनीतिक जुमले गरीबों के आशियाने…जनता बिलख रही, कोष रही महायुति सरकार को

-महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव से सुर्खियां बटोर रहा 41 इमारतों पर चला मनपा का बुलडोजर…धराशाई किए कई आशियाने…उच्च न्यायालय ने दिया था 31 जनवरी तक का समय…महायुति सरकार ने साधी चुप्पी

सामना संवाददाता / वसई

नालासोपारा-पूर्व के अग्रवाल नगरी में सरकारी भूखंड पर बनी 41 इमारतों पर उच्च न्यायालय द्वारा खाली कर जमींदोज करने का आदेश मनापा को दिया गया था।
उच्च न्यायालय द्वारा आदेश के पश्चात चुनाव की घोषणा होने पर इसे स्थगित किया गया और चुनाव के बाद इस पर मनपा द्वारा लगातार कार्रवाई की जा रही है। चुनाव के दौरान महायुति उम्मीदवारों ने इस गंभीर मामले को खूब भुनाया था तथा इन इमारतों में रह रही जनता को आश्वस्त कराया था, जो कि मात्र जुमले साबित हुए। ऐसा जनता द्वारा आरोप लगाया जा रहा है। टूट रही इमारतों के आस-पास बेघर हुए लोग रोते-विलखते नजर आए और महायुति की डबल इंजन सरकार के नव निर्वाचित विधायकों तथा सांसद हेमंत विष्णु सावरा को कोसती नजर आई।
चुनाव के दौरान जहां राजन नाइक, स्नेहा पंडित तथा सावरा द्वारा जनता को भरोसा दिलाया गया था, वहीं जनता ने इसे जुमला बताते हुए एक ही भूल कमल का फूल का नारा लगाया।

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