दुनिया में अगर आप वीरान से वीरान जगह पर जाएंगे, कम से कम आपको वहां पर २०-३० लोगों की आबादी तो मिलेगी ही। हालांकि, एक गांव है, जहां सिर्फ एक ही महिला रहती है। वो कई सालों से यहां अकेली ही है और इस गांव की सारी व्यवस्थाएं बुजुर्ग होने के बाद भी वही देखती है। अमेरिका के नेब्रास्का में दुनिया का सबसे छोटा गांव है। इस गांव का नाम मोनोवी है। साल २०१० में हुई जनगणना के मुताबिक, यहां सिर्फ एक बुजुर्ग महिला ही रहती है। महिला का नाम एल्सी आइलर है। साल २०२० की जनगणना के मुताबिक, उनकी उम्र ८६ साल थी। चूंकि वो अकेली यहां रहती हैं, ऐसे में मेयर से लेकर बारटेंडर से लेकर लाइब्रेरियन तक का काम वही संभालती हैं। एल्सी आइलर साल २००४ से अकेली ही इस गांव में रह रही हैं। सामान्य तौर पर देखा जाता है कि कोई छोटा सा भी गांव हो, तो वहां पर बहुत से परिवार रहते हैं. छोटे से छोटे गांव की भी आबादी कम से कम १००-१५० लोगों की होती ही है। हालांकि, आज हम आपको जिस गांव के बारे में बताने वाले हैं, वहां की आबादी ही सिर्फ एक शख्स की है। उसके अलावा यहां दूर-दूर तक और कोई नहीं रहता।
करीब ५४ हेक्टेयर के इलाके में फैला मोनोवी गांव पहले कभी आबाद हुआ करता था। रिपोर्ट्स के मुताबिक, साल १९३० तक यहां १२३ लोग रहते थे, पर धीरे-धीरे यहां की आबादी घटनी शुरू हो गई। १९८० तक इस गांव में सिर्फ १८ लोग ही बचे और उसके बाद साल २००० तक सिर्फ सिर्फ एल्सी और उनके पति रूडी ही बचे थे. साल २००४ में रूडी आइलर की भी मौत के बाद से वो अकेली यहां रहती हैं। गर्मियों में लोग यहां पर घूमने के लिए आते हैं और वे ही काम में एल्सी की मदद कर दिया करते हैं।