मुख्यपृष्ठनए समाचारट्रैफिक जाम के पीछे जिम्मेदार हैं सड़क पर पड़े गड्ढे! ...सड़कें टूटी,...

ट्रैफिक जाम के पीछे जिम्मेदार हैं सड़क पर पड़े गड्ढे! …सड़कें टूटी, खुले गटर के ढक्कन

अशोक तिवारी / मुंबई
देश की आर्थिक राजधानी मुंबई में विभिन्न कारणों से यातायात जाम की समस्याएं होती हैं, जिसमें एक समस्या सड़कों पर पड़े गड्ढे भी बताए जा रहे हैं। मुंबई मनपा की लापवाही का अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि सड़क बीच में टूटी हुई है और सड़क पर गटर को ढकने के लिए जो ढक्कन लगाए गए हैं वह ख्ुाले हुए हैं। परिणाम स्वरूप सड़कों पर करोड़ों की कार लेकर चलनेवाले वाहन चालकों को यह पता नहीं होता है कि कब उनकी गाड़ी गड्ढे में गिरकर क्षतिग्रस्त हो जाएगी या उनके साथ जानलेवा दुर्घटना हो सकती है। महानगरपालिका के अधिकारियों एवं ठेकेदारों की मिलीभगत से सड़क निर्माण का कार्य पूरे शहर में घटिया स्तर पर किया गया है। जिसका खामियाजा वाहन चालक और पैदल चलने वाले यात्री भुगत रहे हैं। नागरिकों के चलने के लिए फुटपाथ का निर्माण तो किया गया है, लेकिन उन फुटपाथों पर फेरी वालों ने कब्जा कर लिया है। कालीना से सांताक्रुज एयरपोर्ट जानेवाली सड़क पर जगह-जगह गड्ढे ही गड्ढे हैं, जिसकी वजह से स्पीड में आ रहे वाहन चालक इन गड्ढों की वजह से दुर्घटनाग्रस्त हो रहे हैं। इसके अलावा लंबे ट्रैफिक जाम में भी फंस जा रहे हैं। स्थानीय लोगों ने बताया कि कालीना से सांताक्रुज एयरपोर्ट की सड़क पर पिछले १५ दिनों से गड्ढे हैं। इस संदर्भ में एच पूर्व मनपा में शिकायत भी की गई है, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई है। इसी तरह सांताक्रुज (पूर्व) से गोलीबार रोड जानेवाली सड़क पर बीचों-बीच गटर का मैनहोल पिछले चार दिनों से टूट गया है। इस मैनहोल में गिरकर दर्जनों दो पहिया वाहन चालक घायल हो चुके हैं।
बता दें कि बांद्रा और खार से प्रतिदिन लाखों लोग इस रोड से गुजरते हैं, जो दुर्घटना के शिकार हो रहे हैं। लोगों ने ऑनलाइन और ट्वीट कर मनपा को शिकायत की है, लेकिन मनपा के कानों पर जूं नहीं रेंग रही है। स्थानीय नागरिकों ने वाहन चालकों की सुरक्षा के लिए टूटे हुए गटर के ऊपर एक झंडा लगा दिया है, ताकि वाहन चालकों को पता चल सके कि इस गटर का ढक्कन टूटा हुआ है। टूटे हुए गटर के ढक्कन की वजह से क्षेत्र में लंबा जाम लग जाता है। इसकी वजह से अपने गंतव्य तक पहुंचने में यात्रियों को न सिर्फ देरी होती है, बल्कि रोज हजारों-लाखों रुपए का पेट्रोल और डीजल बर्बाद हो रहा है।

अन्य समाचार