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प्रधानमंत्री के दौरे के सिर्फ पांच महीने बाद अंधेरी की सड़कों पर गड्ढे ही गड्ढे! प्रशासन के कार्य पर उठे सवाल

सामना संवाददाता / मुंबई
मनपा का दावा है कि पिछले चार महीनों में मुंबई में सड़कों पर कंक्रीटिंग करते हुए छह हजार से ज्यादा गड्ढे भरे गए हैं। हालांकि, मनपा का यह दावा झूठा साबित हुआ है। फरवरी में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंधेरी के मरोल में आयोजित एक कार्यक्रम में पहुंचे थे। प्रधानमंत्री के इस मुंबई दौरे से पहले मनपा ने उसी मार्ग पर सड़कों की मरम्मत और सौंदर्यीकरण का काम किया था। लेकिन उनके उस दौरे के पांच महीने के भीतर ही मरोल की इन सड़कों पर फिर से गड्ढे ही गड्ढे हो गए हैं। स्थानीय लोगों ने इसके खिलाफ मनपा को पत्र लिखकर संबंधित अधिकारियों और ठेकेदारों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है।
ज्ञात हो कि फरवरी २०२३ में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अंधेरी-पूर्व के मरोल में दाऊदी बोहरा समाज के विश्वविद्यालय उद्घाटन कार्यक्रम में शामिल हुए थे। प्रधानमंत्री के इस दौरे से पहले मुंबई मनपा ने चर्च रोड, एयरपोर्ट रोड, मेट्रो स्टेशन से मरोल के बोहरी कॉलोनी तक की सड़कों की मरम्मत और डामरीकरण कर इन सड़कों को चकाचक कर दिया, साथ ही सड़कों के किनारे नई स्ट्रीट लाइटें और सजावटी पेड़ लगाकर सड़क का सौंदर्यीकरण किया। भले ही स्थानीय लोगों को लगता है कि इस कार्यक्रम के मौके पर सड़कें सुधर गईं, लेकिन प्रधानमंत्री के उस मुंबई दौरे के बाद पांच महीने के भीतर ही ये सड़कें फिर उखड़ गईं।
संस्था ने उठाए सवाल
बरसात का मौसम शुरू होते ही मरोल की सड़कों पर बड़ी संख्या में गड्ढे हो जाते हैं और सड़कें बदहाल हो जाती हैं। इस संबंध में ‘वॉचडॉग फाउंडेशन’ ने मुंबई मनपा प्रशासक इकबाल सिंह चहल को पत्र लिखकर इन सड़कों की बदहाली से अवगत कराया है। उन्होंने सवाल उठाया है कि सड़कों की मरम्मत के बाद कुछ ही महीनों में दोबारा गड्ढे वैâसे हो जाते हैं? ‘वॉचडॉग’ फाउंडेशन के ट्रस्टी गॉडप्रâे पिमेंटा ने मनपा के सड़क विभाग, संबंधित अधिकारी और ठेकेदार के खिलाफ कार्रवाई की मांग की है। पिमेंटा के अनुसार, आयुक्त चहल ने इस पर कार्रवाई करने के लिए संबंधित सड़क विभाग को सूचित कर दिया है लेकिन लोगों में इसे लेकर भारी नाराजगी व्याप्त है।

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फेक आलिया