सामना संवाददाता / प्रयागराज
रील बनाने के चक्कर में फंस गया दुबई का फर्जी शेख
महाकुंभ 2025 सर्व सिद्धप्रद के अलावा डिजिटल प्लेटफॉर्म पर भी सुर्खियां बटोर रहा है। ज्यादातर युवाओं में लोकप्रिय हो चुके महाकुंभ में युवा टोली बनाकर मोबाइल पर रील बनाने में मस्त हैं। खूब लाइक बटोरने के लिए अजीबो-गरीब रील बनाने में जुटे हुए हैं। युवाओं का यह शौक कभी-कभी उनको महंगा साबित हो रहा है। ऐसा ही एक वाक्या महाकुंभ के सेक्टर 20 में हुआ। यहां एक युवक अपने कुछ मित्रों के साथ टोली बनाकर पहुंचा था। युवक दुबई के शेख जैसे पहनावे में था। इस दौरान एक यूट्यूबिया एंकर उसकी रील बनाने लगा, तभी वहां के एक बाबा ने शेख बने युवक को दौड़ा लिया। यूट्यूबिया एंकर भी दौड़ा। इस दौरान बाबा ने युवक को पकड़ लिया। बाद में पता चला कि युवक और यूट्यूबिया एंकर प्रसिद्धि बटोरने के लिए रील बना रहा था। मेले में मौज-मस्ती करना व फर्जी शेख बनना महंगा पड़ गया। हालांकि, बाद में माफी भी मांगा, फिर भी पुलिस उसे पकड़ कर ले गई। ऐसे यूट्यूबिया एंकरों से लोगों को सचेत रहने की पुलिस ने श्रद्धालुओं से अपील की है। इस घटना के दौरान यूट्यूबिया एंकर वहां से भाग निकला।
महाकुंभ में अलार्म बजाते ही मिलेंगी मेडिकल सुविधाएं
महाकुंभ पर वसंत पंचमी के अमृत स्नान को लेकर प्रयागराज मंडल के डॉक्टरों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर करोड़ों श्रद्धालुओं की सुरक्षा और सुविधा को ध्यान में रखते हुए महाकुंभनगर के साथ ही शहर व मंडल के सभी डॉक्टर सजग रहेंगे। 1,200 से अधिक मेडिकल फोर्स महाकुंभनगर में पूरी तरह से तैयार हैं, जो पलक झपकते ही श्रद्धालुओं की सेवा के लिए हाजिर होंगे। मेले में तैनात मेडिकल फोर्स 06 फरवरी के बाद ही यहां से जाएगी। जरूरत के हिसाब से बैकअप प्लान भी तैयार कर लिया गया है। अलार्म बजाते ही श्रद्धालुओं के लिए चिकित्सीय सुविधा मुहैया कराए जाने का दावा किया गया है।
एसआरएन और बेली अस्पताल अलर्ट मोड पर
महाकुंभनगर में डॉक्टरों की चार सदस्यीय स्पेशल टीम ने मेले में एक-एक अस्पताल की जांच की। सेक्टर अस्पतालों में दवा के स्टॉक और मशीनें भी चेक की हैं। इसके अलावा स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल और तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय बेली को भी पूरी सजगता बरतने के निर्देश दिए गए हैं। स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में 500 स्टाफ को अलर्ट मोड में रखा गया है। पहले के अधिकतर मरीज यहां से डिस्चार्ज किए जा चुके हैं और डेढ़ सौ बेड रिजर्व रख लिए गए हैं। एसआरएन में 60 रेजिडेंट डॉक्टरों को 24 घंटे अलर्ट मोड में रखा गया है और यहां 30 सीटी स्कैन मशीनें पूरी तरह तैयार हैं, जिससे जरूरत पड़ने पर एमआरआई, अल्ट्रासाउंड समेत सभी जांचें हो सकेंगी। इसी के साथ 200 यूनिट का ब्लड बैंक भी एसआरएन में तैयार कर लिया गया है। यहां श्रद्धालुओं के लिए उपलब्ध इंतजामों को अलार्म सिस्टम से भी जोड़ गया है।
वसंत पंचमी स्नान के लिए मेडिकल फोर्स अलर्ट
महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे ने बताया कि योगी सरकार की आपातकालीन सेवाएं विशेष रूप से एंबुलेंस सेवा महत्वपूर्ण भूमिका निभा रही हैं। जरूरत पड़ने पर मरीजों को स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल या तेज बहादुर सप्रू चिकित्सालय (बेली अस्पताल) में शिफ्ट किया जाएगा। मुख्यमंत्री के स्पष्ट निर्देश हैं कि 5 फरवरी तक कोई भी डॉक्टर या मेडिकल स्टाफ अपने ड्यूटी स्थल से नहीं हटेगा।
सेक्टर अस्पतालों में विशेष चिकित्सा व्यवस्था
मेला क्षेत्र के सेक्टर अस्पतालों में दवाइयों और चिकित्सा उपकरणों की नियमित जांच की जा रही है। डॉक्टरों की चार सदस्यीय टीम हर अस्पताल का निरीक्षण कर रही है। इस टीम में चिकित्सा व्यवस्था के नोडल उमाकांत सान्याल, केंद्रीय चिकित्सालय के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. मनोज कौशिक, सह नोडल चिकित्सा व्यवस्था डॉ. राम सिंह और महाकुंभ मेला के नोडल चिकित्सा स्थापना डॉक्टर गौरव दुबे शामिल हैं।
डॉक्टरों और स्टाफ के लिए विशेष व्यवस्था
स्वरूपरानी नेहरू अस्पताल में डॉक्टरों और मेडिकल स्टाफ के लिए ठहरने और खाने-पीने की व्यवस्था की गई है, ताकि वे तुरंत सेवा के लिए उपलब्ध रह सकें। सभी कर्मचारियों को अस्पताल परिसर में ही रहने का निर्देश दिया गया है।