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अडानी-लोढ़ा को मुंबई के कीमती भूखंड! … क्या दोनों की झोली में RCF का भूखंड भी डालेंगे?-उद्धव ठाकरे का सुलगता सवाल

सामना संवाददाता / मुंबई
मुंबई के खाली कीमती भूखंडों को अडानी-लोढ़ा की झोली में डाला जा रहा है। अब क्या इन दोनों की झोली में आरसीएफ का भूखंड भी डाला जाएगा? ऐसा सुलगता हुआ सवाल कल शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) पक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने ‘घाती’ सरकार से पूछा।
इस दौरान उद्धव ठाकरे ने यह भी कहा कि वर्तमान सरकार ने मुंबई को बेचने की सुपारी ली है। उद्धव ठाकरे ने कल आरसीएफ कर्मचारी संगठन को संबोधित किया। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि अब हमारे सामने नई समस्याएं आ रही हैं क्योंकि ‘खोके’ सरकार ने मुंबई को बेचने का पैâसला किया है। यहां निजीकरण का मुद्दा उठा है, देखते हैं किसे इसकी खुजली लगी है। यह व्यापारिक रवैया बहुत गंदा रवैया है, ऐसा हमला भी उद्धव ठाकरे ने बोला।

ये मुंबई को खत्म करना चाहते हैं!
‘घाती’ सरकार पर उद्धव ठाकरे का हमला
ये मुंबई को खत्म करना चाहते हैं, चरित्र को खत्म करना, मराठी मानुष को बेकार बनाना चाहते हैं। अब आ रहे हैं नौकरी के विज्ञापन, मुंबई में मराठी लोगों की नो एंट्री! खड़ी हुई इमारतों में नो एंट्री।
यदि हम १९६६ के युग का पुनर्निर्माण करने का निर्णय लेते हैं, तो इसमें गलत क्या है? सभी हंसी-खुशी इस मुंबई में रह रहे हैं, हमने इन हिंदुओं की हिंदू के रूप में रक्षा की। अब दूसरे समुदाय के लोग भी हमारे साथ आ रहे हैं। जब सब कुछ ठीक चल रहा है तो आप नमक के पत्थर क्यों फेंक रहे हैं? शिवसेनापक्षप्रमुख उद्धव ठाकरे ने कल ऐसा तीखा सवाल ‘घाती’ सरकार से पूछा।
कल आरसीएफ कर्मचारियों को संबोधित करते हुए उद्धव ठाकरे ने कहा कि आरसीएफ पूरे देश का अन्नदाता है। आप उन्हें खाद देते हैं। उस खाद पर मोदी की फोटो थी, टीकाकरण सर्टिफिकेट पर मोदी की फोटो थी। हमारे उपमुख्यमंत्री की राय थी कि मोदी जी ने वैक्सीन बनाई है। तो फर्टिलाइजर किसने तैयार किया, ऐसा सवाल भी उद्धव ठाकरे ने इस दौरान किया। उद्धव ठाकरे ने कहा कि बांद्रा में सरकारी कर्मचारियों की एक बस्ती थी। यह मामला अदालत में गया था लेकिन जब मैं मुख्यमंत्री था तो मैंने यह साइट सरकारी कर्मचारियों के लिए आरक्षित कर दी थी।’ लेकिन अब मुझे नहीं पता कि क्या पैâसला हुआ है? अब क्या यह भी अडानी की झोली में डाल दिया जाएगा? बांद्रा में सरकारी कर्मचारियों को घर दो, हमारा समर्थन होगा, ऐसा भी उद्धव ठाकरे ने कहा। बीकेसी की खूब कीमती जमीन बुलेट ट्रेन योजना को दे दी गई। जिस चीज की जरूरत नहीं है, वह हम पर थोपा जा रहा है और जो मराठी लोग हैं, उन्हें मीठागर में फेंक दिया जाएगा।’ धारावी के अधिकांश लोगों को अयोग्य घोषित कर दिया गया और मीठागर, दहिसर, मुलुंड में फेंक दिया जाएगा। और कीमती जमीन को अडानी और लोढ़ा की झोली में डाल दिया जाएगा लेकिन मैं ऐसा नहीं होने दूंगा, ऐसी चेतावनी भी उद्धव ठाकरे ने दी। इस दौरान उद्धव ठाकरे ने कहा कि सरकार ने एक नई लाडली बहन योजना शुरू की है। गद्दारों को ५० खोके और प्यारी बहन को सिर्फ १,५०० रुपए। चुने विधायकों को भर-भरकर दिया जाता है और चुनकर लाने के लिए रिश्वत दी जाती है। दोबारा चुने जाने के बाद जनता को बेघर कर दिया जाएगा। ऐसा होने से रोकने के लिए विधायकों और नगरसेवकों को चुना जाना चाहिए, ऐसा आह्वान उद्धव ठाकरे ने जनता से किया।

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