इजरायल-हमास जंग में अब तक ३८,९०० से ज्यादा फिलिस्तीनी अपनी जान गंवा चुके हैं। पीएम नेतन्याहू ने यह साफ कर दिया है कि जब तक वो हमास का पूरी तरह सफाया नहीं कर देते, ये जंग नहीं रुकेगी। इसी बीच गाजा पट्टी में ऐसी घटना हुई, जिसे जानकर हर कोई हैरान हो जाए।
दरअसल, अंधाधुंध हवाई हमले कर रही इजरायली सेना ने मध्य गाजा के शरणार्थी केंद्र को शनिवार रात निशाना बनाया। इन हमलों में कम से कम १३ लोग मारे गए। मरने वालों में एक फिलिस्तीनी महिला भी शामिल थी। शवों के संस्कार से पहले जांच के दौरान यह पता चला कि महिला गर्भवती थी। जिसके बाद शव को चिकित्सा जांच के लिए भेजा गया, जिसमें पता चला कि उसके पेट में मौजूद बच्चा जिंदा है। जैसे-तैसे इस बच्चे की जान बचा ली गई।
ये बच्चा बच तो गया लेकिन अब बड़ा सवाल यह है कि उसका पालन-पोषण कैसे होगा? मां की मौत के बाद अब उसे दूध कौन पिलाएगा? हमले के दौरान विस्फोट में गर्भवती महिला ओला-अल-कुर्द (२५) ने छह अन्य लोगों के साथ दम तोड़ दिया। इसके बाद बच्चे को बचाने की मंशा से उसे आकस्मिक सेवा के कर्मियों की ओर से उत्तरी गाजा में स्थित अल-आवदा अस्पताल ले जाया गया। कई घंटे बाद चिकित्सकों ने बताया कि मृत महिला की सर्जरी कर बेबी को सकुशल बचा लिया गया। डॉ. खलील दजरान ने कहा कि नवजात शिशु की हालत स्थिर है, लेकिन वह ऑक्सीजन की कमी से पीड़ित है, जिसके कारण उसे ‘इनक्यूबेटर’ में रखा गया है। इस हमले में बच्चे के पिता भी घायल हो गए, लेकिन वो बच गए हैं।