प्रेम यादव / भायंदर
मीरा रोड में सर्वधर्मीय कब्रिस्तान बनाने की घोषणा के बाद से स्थानीय निवासियों में गहरा असंतोष देखा जा रहा है। मीरा-भायंदर महानगरपालिका द्वारा इस निर्णय को लागू करने की कोशिशों ने शहर में तनाव का माहौल पैदा कर दिया है। यदि प्रशासन ने यह विवादास्पद निर्णय वापस नहीं लिया तो नागरिकों ने एकजुट होकर तीव्र आंदोलन करने का संकल्प लिया है। आगामी दिनों में यह मुद्दा शहर में गंभीर सामाजिक तनाव का कारण बन सकता है।
महानगरपालिका ने मीरा रोड के सर्वे नंबर-२४७ पर सर्वधर्मीय कब्रिस्तान बनाने का निर्णय लिया है, जो जिलाधिकारी के अधिकार क्षेत्र में आनेवाली भूमि पर स्थित है। इस भूमि का उपयोग कब्रिस्तान के लिए आरक्षित किया गया था और इसी के तहत महानगरपालिका ने इस भूमि पर कब्जा लेकर कब्रिस्तान का निर्माण कार्य शुरू करने की योजना बनाई है। पिछले सप्ताह विधायक सरनाईक ने इस योजना की घोषणा की थी और इसके लिए करीब १५ करोड़ रुपए की राशि भी शासन से महानगरपालिका को उपलब्ध कराई गई है।
बैठक में शामिल हुए सैकड़ों लोग
रविवार को इलाके के सैकड़ों निवासी एकत्रित हुए और उन्होंने इस निर्णय का विरोध करने के लिए एक बैठक आयोजित की। बैठक में लगभग चार सौ से अधिक लोग उपस्थित थे, जो इस निर्णय के खिलाफ आवाज उठा रहे थे। कुलदीप जैन, जो इस आंदोलन के प्रमुख आवाजों में से एक हैं ने कहा कि महानगरपालिका ने यह निर्णय बिना स्थानीय निवासियों की सहमति के लिया है, जो कि पूर्णत: अवैध और अन्यायपूर्ण है।