एजेंसी / इस्लामाबाद
पाकिस्तान में जहां एक तरफ राजनीतिक अस्थिरता का दौर चल रहा है, वहीं दूसरी तरफ पाकिस्तान कंगाली के कगार पर पहुंच गया है। हालात ऐसे हैं कि वहां खाने के लिए आटा नहीं मिल रहा है और अब वहां आटे की तस्करी शुरू हो गई है। अब नौबत यह आ गई है कि आटे की चोरी रोकने के लिए पाकिस्तान के ब्लूचिस्तान प्रांत में धारा १४४ यानी जमावबंदी लागू कर दी गई है। सरकार ने इसके लिए बाकायदा सरकारी आदेश जारी कर जानकारी दी है। रिपोर्ट के अनुसार, ब्लूचिस्तान में गेहूं की पैदावार होती है। चूंकि पाकिस्तान में आटे की किल्लत है, ऐसे में ब्लूचिस्तान की सरकार के खाद्य विभाग ने राज्य में पैदा हुए गेहूं या आटे की तस्करी रोकने के लिए पूरे राज्य में धारा १४४ लागू करने का आदेश दिया है।
गधों को बेचकर कर्जा चुकाएगा पाक
पाकिस्तान में इन दिनों गधों की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। अब चीन पाकिस्तान से गधों और कुत्तों की खरीदारी करने वाला है। पाकिस्तान के वाणिज्य मंत्रालय ने एक संसदीय समिति को जानकारी दी है कि चीन ने पाकिस्तान से गधों और कुत्तों को खरीदने में रुचि दिखाई है। अधिकारियों ने संसदीय समिति को यह भी बताया है कि पाकिस्तान इसके जरिए एक बड़े आर्थिक संकट से उबरने की कोशिश कर रहा है। रिपोर्ट के मुताबिक, वाणिज्य मंत्रालय और सीनेट की बैठक में सीनेट के सदस्य ने कहा कि गधों की चीन में बहुत ज्यादा मांग रहती है। चीनी वैद्य पारंपरिक दवा के निर्माण में गधे की खाल का उपयोग करते हैं। इस दवा में औषधीय गुण होते हैं।
बंद होंगे तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र
पाकिस्तान पिछले कई महीनों से आर्थिक बदहाली से जूझ रहा है और ऋण डिफॉल्ट के बेहद करीब पहुंच गया है। कहा जा रहा है कि धन की कमी के चलते खैबर पख्तूनख्वा में सैकड़ों तकनीकी और व्यावसायिक प्रशिक्षण केंद्र बंद होने वाले हैं। इन केंद्रों के कर्मचारियों को करीब चार महीने से सैलरी नहीं मिली है। पाकिस्तान के पास विदेशी सामान खरीदने के लिए भी अब पैसे नहीं बचे हैं। इतना ही नहीं, स्थिति ये है कि देश के अलग-अलग हिस्सों में लोग सरकार के खिलाफ सड़कों पर उतर रहे हैं और दूसरी तरफ पाकिस्तान के नेता आर्थिक संकट के वक्त एकजुट होने के बजाय आपस में लड़ रहे हैं।