ग्रामीणों में बच्चों को लेकर दहशत का माहौल
सामना संवाददाता / बरेली
पबजी खेल की वजह से कई दुर्घटनाएं सामने आने के बाद भारत में बैन कर दिया गया। इसके बावजूद लड़के अपने परिजनों से छिपकर पबजी खेल रहे हैं। इस पबजी के कारण एक और दिल दहलाने वाली घटना सामने आई है। बरेली के भमोरा क्षेत्र में पबजी गेम खेलते-खेलते कक्षा पांचवीं के छात्र ने हाथ की नस और तीन उंगलियां ब्लेड से काट लीं। लहूलुहान हालत में परिजनों ने देखा तो आनन-फानन में उसे नजदीकी डॉक्टर के यहां लेकर गए, लेकिन खून अधिक बह जाने की वजह से डॉक्टरों ने उसे दूसरे अस्पताल में जाने के लिए कह दिया। इसके बाद बच्चे को एक प्राइवेट अस्पताल में भर्ती कराया गया। हालांकि, इस मामले में परिजनों ने पुलिस से कोई शिकायत नहीं की है, वहीं डॉक्टरों का कहना है कि बच्चे की हालत खतरे से बाहर है।
मिली जानकारी के अनुसार, नौगवां ठकुराना निवासी छात्र अर्जुन (१०) पिछले कई महीनों से अपने एक दोस्त के साथ मोबाइल पर पबजी गेम (इंडियन वर्जन) खेलता रहता है। शुक्रवार की शाम अर्जुन ने पबजी खेलते-खेलते अपने हाथों में ब्लेड से कई जगह काट लिया और तीन उंगुलियां भी काट लीं। उसकी हालत अब ठीक बताई जा रही है। इस मामले के सामने आने के बाद ग्रामीणों में अपने-अपने बच्चों को लेकर दहशत का माहौल है।
परिजनों ने कहा कि अर्जुन पबजी गेम की गिरफ्त में इस कदर आ गया है कि वह खाना खाने के बाद पूरी रात भर गेम खेलता रहता है। परिजनों ने इसके लिए कई बार फटकार भी लगाई, लेकिन वह घर में किसी का भी मोबाइल फोन लेकर गेम खेलने लग जाता है। परिजनों का कहना है कि मोबाइल फोन वह लोगों के सोने के बाद चोरी से लेकर गेम खेलता है।
बता दें कि यह कोई नया मामला नहीं है। पिछले साल लखनऊ में पबजी वीडियो गेम की लत के शिकार एक १६ साल के बच्चे ने अपनी मां की गोली मारकर हत्या कर दी थी। बच्चे ने मां की हत्या इसलिए की, क्योंकि उसने बच्चे को पबजी गेम खेलने से रोका था। ऐसा ही मामला राजस्थान के नागौर में भी सामने आया था। यहां एक किशोर ने पबजी की लत के कारण अपने चचेरे भाई की गला दबाकर जान ले ली थी।