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जनता सूखे से पस्त मस्ती में सरकार

विदेश दौरे पर मौज कर रहे हैं मंत्री विपक्ष के नेता वडेट्टीवर का सरकार पर हमला

सामना संवाददाता / मुंबई

राज्य की जनता इन दिनों जहां महंगाई, बेरोजगारी से त्रस्त है तो वहीं ग्रामीण इलाकों में लोग सूखे की मार झेल रहे हैं। बड़ी संख्या में किसान बर्बादी के कगार पर हैं, लेकिन राज्य की गद्दार शिंदे सरकार को जनता की सुध नहीं है। मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे की अगुवाई में उनके मंत्री भी जनता की समस्याओं को नजरअंदाज कर रहे हैं। राज्य में सूखे की समस्या भीषण है। ऐसे में राज्य के कृषि मंत्री विदेशी दौरे पर मौज कर रहे हैं। विधान सभा में विपक्ष नेता विजय वडेट्टीवार ने कहा कि यहां राज्य के किसान सूखे से जूझ रहे हैं, वहीं सरकार और प्रशासन अपनी अलग दुनिया में व्यस्त हैं। विजय वडेट्टीवार ने ट्वीट कर सरकार की आलोचना की।

विजय वडेट्टीवार ने कहा है कि राज्य के किसान संकट में मर रहे हैं और कृषि मंत्री विदेश यात्रा कर रहे हैं। एक ओर जहां राज्य के किसान सूखे की मार झेल रहे हैं, वहीं सरकार और प्रशासन अपनी अलग दुनिया में मस्त हैं। कृषि मंत्री धनंजय मुंडे मौज-मस्ती में लगे हुए हैं।
इसके साथ ही उन्होंने कहा कि कृषि मंत्री किसानों को यूं ही छोड़ कर बाहर जा रहे हैं। उधर अधिकारियों का तबादला किया जा रहा है। इस विभाग को कोई पूर्णकालिक सचिव नहीं, जब खरीफ का मौसम करीब है, खाद की कमी है, अनाज के बीज के दाम बढ़ गए हैं, लोग बीज के लिए कतार में लग रहे हैं तो कोई बैठक नहीं होती। संबंधित विभाग के मंत्री का पता नहीं होता है। इन सभी स्थितियों को सुलझाने के बजाय हुक्मरान विदेश में मौज कर रहे हैं। किसान मरे या जिए इससे सरकार को क्या फर्क पड़ता है? यह राज्य के किसानों के प्रति महायुति सरकार की उदासीनता को दर्शाता है।

उन्होंने कहा कि विदर्भ और मराठवाड़ा के किसानों को अभी तक सरकार से कोई मदद नहीं मिली है। ऐसे में सूखा प्रभावित किसानों की मदद के लिए सूखे को लेकर कांग्रेस की ओर से नियुक्त विदर्भ समिति की बैठक हुई। ५ जून से कांग्रेस विदर्भ का निरीक्षण दौरा कर राज्य सरकार को इस संबंध में रिपोर्ट सौंपेगी और किसानों के लिए मदद की मांग करेगी।

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