मुख्यपृष्ठनए समाचारसीबीआई से कराई जाए पुणे मामले की जांच! -कांग्रेस की मांग

सीबीआई से कराई जाए पुणे मामले की जांच! -कांग्रेस की मांग

सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में एक ओर जहां सूखे की समस्या गंभीर है, वहीं दूसरी ओर शराब और नशीली दवाओं का सेवन कर आम लोगों को गाड़ी से कुचलने की घटनाएं भी बढ़ रही हैं। ऐसी घटनाएं हाल के दिनों में नागपुर, जलगांव और पुणे में हुई है, लेकिन सबसे दुर्भाग्य की बात यह है कि अमीर घरों के आरोपियों को जमानत दिलाने के लिए सरकारी एजेंसियों का भी दुरुपयोग किया जा रहा है। महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस कमेटी (एमपीसीसी) के अध्यक्ष नाना पटोले ने मांग की है कि पुणे दुर्घटना मामले की जांच सीबीआई से कराई जानी चाहिए क्योंकि राज्य की मशीनरी पर लोगों का कोई भरोसा नहीं है। अमीरों को बचाने के लिए राजनीतिक हस्तक्षेप किया जा रहा है।
कल तिलक भवन में आयोजित एक प्रेस कॉन्प्रâेंस में बोलते हुए पटोले ने बीजेपी सरकार पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने आगे कहा कि इस बात का खुलासा होना जरूरी है कि दो युवाओं को कार से उड़ाने से पहले पुणे के एक अमीर व्यक्ति के नाबालिग बेटे के साथ किस विधायक का बेटा बैठकर शराब पी रहा था। ऐसा आरोप है कि राज्य के गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने आरोपियों को बचाने के लिए अपने वकील का इस्तेमाल किया। पुणे के हिट और रन मामले के बाद पुणे में ३६ अवैध पब तोड़ दिए गए हैं।
गुजरात से आ रहे हैं नशीले पदार्थ
पटोले ने कहा कि भाजपा ने गुजरात से महाराष्ट्र में बड़ी मात्रा में मादक पदार्थ लाकर युवा पीढ़ी को बर्बाद करने का पाप किया है। मुख्यमंत्री को इस मामले में पर्दाफाश करना चाहिए और गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस से उनका इस्तीफा लेना चाहिए। क्योंकि इस पूरे मामले में गृहमंत्री की भूमिका संदिग्ध लग रही है। गृहमंत्री के शहर नागपुर में दो लड़कियों को दो युवकों ने कार से कुचलकर मार दिया, लेकिन आरोपियों को १० घंटे के अंदर जमानत मिल गई। जलगांव में भी इस तरह की घटना में आरोपियों को बचाने की कोशिश की गई। पुणे के ससून अस्पताल के डॉक्टर तावरे ने आरोपियों के रक्त के नमूने को बदल दिया। इससे पहले ससून अस्पताल में ड्रग माफिया ललित पाटील को सारी सुविधाएं मुहैया कराई गई थीं, जो वहां से भाग गया था। एक मंत्री और विधायक ने ससून अस्पताल में डॉ. तावरे को अधीक्षक नियुक्त करने की सिफारिश की थी। राज्य के अपराधियों में इतनी हिम्मत कहां से आ रही है। ये बिना राजनीतिक आशीर्वाद के नहीं हो सकता है। नाना पटोले ने कहा कि बीजेपी ने छत्रपति शिवाजी महाराज, शाहू, फुले और आंबेडकर के राज्य को बदनाम करने का पाप किया है।

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