सामना संवाददाता / मुंबई
राज्य में जल्द ही विधानसभा चुनाव की तारीखों का एलान होने की संभावना है, जिसे देख सभी पार्टियों ने तैयारियां शुरू कर दी हैं। इस बीच महायुति को अभी से झटका पर झटका लग रहा है। अजीत पवार गुट के ज्यादातर नेता जहां शरद पवार गुट में शामिल हो रहे हैं तो वहीं शिंदे गुट के कई नेता शिवसेना (उद्धव बालासाहेब ठाकरे) में शामिल होने की तैयारी में है। दूसरी तरफ भाजपा के साथ महायुति में जुड़े सहयोगी दलों ने अब एक साथ अलग होकर झटका दिया हैं। महायुति में भाजपा के निर्णय से नाराज उसके सहयोगी दलों ने तीसरे गठबंधन का गठन कर लिया है। ऐसे में राज्य में विधानसभा चुनाव से पहले भाजपा की हालत पतली नजर आ रही है।
राज्य में महायुति और महाविकास आघाड़ी के अलावा अब तीसरे गठबंधन ने बिगुल पंâूक दिया है। इस तीसरे गठबंधन ने महायुति को सदमें में डाल दिया है। महायुति के कई सदस्य दलों ने टूटकर इस तीसरे गठबंधन ‘महाशक्ति परिवर्तन’ के रूप में जन्म लिया है। पिछले कुछ दिनों से यह चर्चा चल रही थी कि महाराष्ट्र में तीसरे मोर्चे का गठन होगा। आखिरकार महायुति से टूटे हुए दलों के नेतृत्व में पुणे में तीसरे गठबंधन का एलान किया गया है।
इस तीसरे महागठबंधन में पूर्व सांसद संभाजीराजे छत्रपति, पूर्व सांसद राजू शेट्टी, स्वाभिमानी किसान संगठन के अध्यक्ष और प्रहार संगठना के विधायक बच्चू कडू शामिल हैं। ये तीनों दल हाल-फिलहाल भाजपा के सहयोगी दल रहे हैं। इनमें बच्चू कडू कई दिनों से अलग होने की राह पर थे। स्वाभिमान किसान संगठना के लोग पहले ही नाराज थे।