• आचार संहिता लागू होने से पहले प्राण-प्रतिष्ठा का दबाव
• देशभर में राम का नाम बेचने की चर्चा
सामना संवाददाता / नई दिल्ली
२०१४ से पहले ढेरों वादे करके सत्ता में आई नरेंद्र मोदी के नेतृत्वाली केंद्र की भाजपाई सरकार के पास उपलब्धि के नाम पर ९ साल बाद भी कुछ नहीं है। २०१९ का पिछला चुनाव पुलवामा के सहारे जीतनेवाली मोदी सरकार २०२४ में राम नाम की लूट मचाएगी, ऐसी चर्चा देश में पहले ही चल रही थी। अब जिस तरह से अयोध्या में निर्माणाधीन राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की खबरें आ रही हैं। ये चर्चा भी जोर पकड़ने लगी है कि वर्ष २०२४ में होनेवाले लोकसभा चुनाव की आचार संहिता लागू होने से पहले गर्भगृह में रामलला की प्रतिमा की प्राण-प्रतिष्ठा की जा सकती है। केंद्रीय एजेंसियों की मदद से विपक्ष को तोड़कर और खत्म करने का प्रयास करके निरंकुश हो चुकी मोदी सरकार और भाजपा प्राण-प्रतिष्ठा के बाद राम के नाम पर जनता के वोट खुलकर लूटने का प्रयास करेगी। लेकिन जनता निकम्मी मोदी सरकार और भाजपा के इस खेल को समझ चुकी है इसलिए भाजपा को इस बार सफलता नहीं मिलेगी, ये तय माना जा रहा है।
बता दें कि राम जन्मभूमि-बाबरी मस्जिद भूमि विवाद में उच्चतम न्यायालय के पैâसले के बाद मंदिर का निर्माण किया जा रहा है। उच्चतम न्यायालय ने ९ नवंबर, २०१९ को दिए गए अपने पैâसले में व्यवस्था दी थी कि २.७७ एकड़ की उस जगह पर राम मंदिर बनाया जाए, जहां कभी बाबरी मस्जिद थी। न्यायालय की व्यवस्था में कहा गया था कि उत्तर प्रदेश में अयोध्या जिले के भीतर एक मस्जिद के निर्माण के लिए पांच एकड़ जमीन अलग रखी जाए। जिसके बाद अयोध्या में मंदिर के निर्माण के लिए ५ अगस्त, २०२० को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा भूमिपूजन किया गया था।
दूसरे मुद्दों से ध्यान भटकाने का प्रयास
अयोध्या में निर्माणाधीन भव्य राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा को लेकर बड़ी खबर कल सामने आई। दावा किया जा रहा है कि राम मंदिर के गर्भगृह में राम लला की प्राण प्रतिष्ठा २२ जनवरी, २०२४ को की जा सकती है। इसके बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश पर बन रहे राम मंदिर के निर्माण का श्रेय लेने की भाजपाइयों में होड़ मच गई है। भाजपा के लोग ट्विटर और दूसरी सोशल नेटवर्किंग साइटों पर राम मंदिर को लेकर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने में जुट गए हैं। कोई बेतहाशा बढ़ती बेरोजगारी, महंगाई, एलएसी पर चीन की बढ़ती दादागीरी पर मुंह खोलने को तैयार नहीं है।