चीनी सेना को मिलती है ३-४ साल की ट्रेनिंग
अग्निवीरों को मिल रही सिर्फ ६ महीने की ट्रेनिंग
सामना संवाददाता / मुंबई
कांग्रेस के पूर्व राष्ट्रीय अध्यक्ष राहुल गांधी ने एक बार फिर से `अग्िनवीर योजना’ को लेकर मोदी सरकार पर निशाना साधा है। कांग्रेस नेता ने अग्िनवीरों को लेकर सरकार से सवाल पूछा है। उन्होंने कहा है कि ६ महीने की ट्रेनिंग लेकर देश के अग्िनवीर आखिर ड्रैगन सेना का सामना वैâसे कर पाएंगे?
मिली जानकारी के मुताबिक, राहुल गांधी ने महाराष्ट्र के दोंडाइचा में `भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के दौरान जनसमूह को संबोधित करते हुए यह भी दावा किया कि चीनी सेना के जवानों को ३-४ सालों तक आधुनिक हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है। दूसरी तरफ भारत के अग्िनवीरों को मात्र ६ माह का प्रशिक्षण दिया जाता है। कांग्रेस नेता ने सवाल उठाया कि ऐसे में ६ माह की ट्रेनिंग लेने के बाद अग्िनवीर वैâसे चीनी सेना के जवानों का सामना करेंगे? उन्होंने कहा कि अगर उसको (अग्िनवीर) चीनी सेना के जवानों का सामना करने के लिए खड़ा किया जाता है तो नतीजा क्या निकलेगा। राहुल गांधी ने कहा कि इस स्िथति में वो अपनी जान दे देंगे। इसके बावजूद सरकार अग्िनवीर को `शहीद का दर्जा’ भी नहीं देगी। सरकार कहेगी कि वो `अग्िनवीर’ हैं।
`अडानी डिफेंस को जाएगा पेंशन का पैसा’
राहुल गांधी ने मोदी सरकार-गौतम अडानी के गठजोड़ को लेकर भी कई गंभीर आरोप लगाए। अग्िनवीर योजना लाने के पीछे के मकसद को बताते हुए कांग्रेस नेता ने आरोप लगाया कि इससे पेंशन का पैसा सीधा अडानी डिफेंस को जाएगा। उन्होंने कहा कि पहले हथियारों का निर्माण हिंदुस्तान ऐरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) करती थी, लेकिन अब अडानी डिफेंस अमेरिका और इजरायल के साथ समझौता कर हथियार खरीदती है। उन्होंने आरोप लगाते हुए दावा किया कि इसके बाद अब ट्रेनिंग, पेंशन और रक्षा का सब पैसा एक बिजनेसमैन की जेब में जाएगा।